ओमीक्रोन 89 देशों में पहुंचा, डेढ़ से 3 दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने, WHO ने दी चेतावनी

ओमीक्रोन 89 देशों में पहुंचा, डेढ़ से 3 दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने, WHO ने दी चेतावनी- India TV Hindi
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ओमीक्रोन 89 देशों में पहुंचा, डेढ़ से 3 दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने, WHO ने दी चेतावनी

Highlights

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमीक्रोन को लेकर फिर चेताया
  • इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ओमीक्रोन डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है- डब्ल्यूएचओ
  • डब्ल्यूएचओ ने कहा, ओमिक्रोन उच्च स्तर की जनसंख्या प्रतिरक्षा वाले देशों में तेजी से फैल रहा है

जेनेवा: दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर देश और दुनिया में चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। ओमिक्रोन को लेकर रोजाना नए-नए अध्ययन सामने आ रहे हैं। एक बार फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के ने ओमीक्रोन को लेकर चेताया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को कहा कि 89 देशों में ओमीक्रोन स्वरूप की पहचान की जा चुकी है और सामुदायिक प्रसारण वाले क्षेत्रों में इसके मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को अपनी ‘एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमीक्रोन (बी.1.1.529): टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शन्स फॉर मेंबर स्टेट्स’ रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों को देखते हुए आशंका है कि ओमीक्रोन उन स्थानों पर डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का प्रसार अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है, ”16 दिसंबर 2021 तक, डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों में 89 देशों में ओमीक्रोन स्वरूप की पहचान की गई है। जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध होगा, ओमीक्रोन स्वरूप के बारे में वर्तमान समझ विकसित होती रहेगी।” 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ओमीक्रोन डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है। यह सामुदायिक प्रसार वाले देशों में डेल्टा स्वरूप की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में इसके मामले दोगुने हो जाते हैं। डब्ल्यूएचओ ने एक अपडेट में कहा है कि ओमिक्रोन उच्च स्तर की जनसंख्या प्रतिरक्षा वाले देशों में तेजी से फैल रहा है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस की प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता के कारण हो रहा है।

एजेंसी ने पहली बार सामने आने के तुरंत बाद 26 नवंबर को ओमिक्रोन को वेरिएंट आफ कंसर्न घोषित कर दिया। ओमिक्रोन बारे में अभी भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, जिसमें बीमारी की गंभीरता भी शामिल है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ओमिक्रोन की नैदानिक ​​​​गंभीरता पर अभी भी सीमित आंकड़े हैं। इसकी गंभीरता को समझने के लिए अभी और अधिक डेटा की आवश्यकता है। 

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि कुछ जगहों पर अस्पतालों पर दबाव बढ़ सकता है। यूके और दक्षिण अफ्रीका में अस्पतालों में मरीजो की वृद्धि जारी है। डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रोन को फैलने से रोकने के लिए जन स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सामाजिक उपाय तत्काल बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि देश ठोस स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपायों से ओमिक्रोन को फैलने से रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों की सुरक्षा पर केंद्रित रहना चाहिए।      

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