हिंदीहैंहम

आज का शब्द: पुकार और हरिवंशराय बच्चन की कविता- संकेत किया यह किसने, यह किसकी भौहें घूमीं ?
1 min read

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- पुकार, जिसका अर्थ है- पुकारने या बुलाने की क्रिया या...

आज का शब्द: दृष्टिगोचर और हरिवंशराय बच्चन की कविता- पंथ जीवन का चुनौती दे रहा है हर कदम पर
1 min read

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- दृष्टिगोचर, जिसका अर्थ है- जो देखने में आए। प्रस्तुत है...

आज का शब्द: देख-रेख और अशेष श्रीवास्तव की कविता- ये ज्वालामुखी क्या अचानक ही फूट जाता है
1 min read

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- देख-रेख, जिसका अर्थ है- देख-भाल, निरीक्षण या निगरानी। प्रस्तुत है...

आज का शब्द: महिषासुरमर्दिनी और मानोशी की कविता- माँ का फिर आह्वान हुआ है
1 min read

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- महिषासुरमर्दिनी, जिसका अर्थ है- देवी जिन्होंने अनेक असुरों का वध...

आज का शब्द: गृहस्थी और जितेन्द्र श्रीवास्तव की कविता- देखो तो कहाँ गुम हो गई रसीद !
1 min read

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- गृहस्थी, जिसका अर्थ है- गृहस्था-श्रम, घर के काम-धंधे, परिवार, घर...