पोल : राहुल के करीबी ने ट्विटर पर पूछी लोगों की राय, सीएम के लिए चन्नी पहली पसंद, दूसरे सिद्धू और तीसरे सुनील जाखड़

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: ajay kumar
Updated Fri, 21 Jan 2022 12:46 AM IST

सार

राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा ने ट्विटर पर एक पोल किया। राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा भी खूब रही। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी इस पोल में पहली पंसद बनकर उभरे हैं। वहीं नवजोत सिंह सिद्धू दूसरे और सुनील जाखड़ तीसरे स्थान पर हैं। 

राहुल गांधी, चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू
– फोटो : अमर उजाला (फाइल फोटो)

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं की मांग को अनदेखा करते हुए कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर घोषित करने से इनकार कर दिया है लेकिन पार्टी महासचिव राहुल गांधी के करीबी नेता द्वारा सोशल मीडिया पर ‘पंजाब में सीएम चेहरा कौन’ पोल कराने पर नया विवाद खड़ा हो गया है।

कांग्रेस आलाकमान मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का तो एलान कर चुका है लेकिन चन्नी को भी अगले मुख्यमंत्री के तौर पर घोषित करने से मना कर चुका है। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर इसी मुद्दे पर हुए पोल ने उन नेताओं का हौसला बढ़ा दिया है जो मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की लगातार मांग कर रहे हैं।

राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा, जो मार्गरेट अल्वा के बेटे हैं, ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोलिंग कराते हुए लोगों से यह पूछा था कि पंजाब में सीएम चेहरा कौन होना चाहिए। इस पोल में अब तक कुल 1283 लोगों ने हिस्सा लिया और उनके जवाब पर नजर डालें तो करीब 69 फीसदी लोगों ने चरणजीत सिंह चन्नी को ही अगला मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने का पक्ष लिया है।
 
प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में चर्चा है कि वह खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर हाईकमान पर लगातार दबाव बना रहे हैं और उनके दबाव के किसी तरह के विवाद से बचने के लिए ही हाईकमान किसी भी नेता का नाम आगे नहीं ला रहा। ट्विटर पोल में महज 12 फीसदी लोग ही सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं, जबकि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ के पक्ष में भी केवल नौ फीसदी लोग ही हैं।

उक्त पोल से उठे विवाद पर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया में निखिल अल्वा ने कहा कि सोशल मीडिया सूझवान लोगों से राजनीतिक फीडबैक लेने का एक अच्छा मंच है। यह पोल कराने में भी कोई बुराई नहीं है। दूसरी ओर, पंजाब कांग्रेस में उक्त पोल के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग तेज होने लगी है। कैबिनेट मंत्री रहे ब्रह्म मोहिंदरा ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग उठाई है लेकिन कांग्रेस हाईकमान के रुख में इस मुद्दे पर बदलाव के लिए फिलहाल कोई संकेत सामने नहीं आए हैं।

विस्तार

पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं की मांग को अनदेखा करते हुए कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर घोषित करने से इनकार कर दिया है लेकिन पार्टी महासचिव राहुल गांधी के करीबी नेता द्वारा सोशल मीडिया पर ‘पंजाब में सीएम चेहरा कौन’ पोल कराने पर नया विवाद खड़ा हो गया है।

कांग्रेस आलाकमान मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का तो एलान कर चुका है लेकिन चन्नी को भी अगले मुख्यमंत्री के तौर पर घोषित करने से मना कर चुका है। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर इसी मुद्दे पर हुए पोल ने उन नेताओं का हौसला बढ़ा दिया है जो मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की लगातार मांग कर रहे हैं।

राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा, जो मार्गरेट अल्वा के बेटे हैं, ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोलिंग कराते हुए लोगों से यह पूछा था कि पंजाब में सीएम चेहरा कौन होना चाहिए। इस पोल में अब तक कुल 1283 लोगों ने हिस्सा लिया और उनके जवाब पर नजर डालें तो करीब 69 फीसदी लोगों ने चरणजीत सिंह चन्नी को ही अगला मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने का पक्ष लिया है।

 

प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में चर्चा है कि वह खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर हाईकमान पर लगातार दबाव बना रहे हैं और उनके दबाव के किसी तरह के विवाद से बचने के लिए ही हाईकमान किसी भी नेता का नाम आगे नहीं ला रहा। ट्विटर पोल में महज 12 फीसदी लोग ही सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं, जबकि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ के पक्ष में भी केवल नौ फीसदी लोग ही हैं।

उक्त पोल से उठे विवाद पर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया में निखिल अल्वा ने कहा कि सोशल मीडिया सूझवान लोगों से राजनीतिक फीडबैक लेने का एक अच्छा मंच है। यह पोल कराने में भी कोई बुराई नहीं है। दूसरी ओर, पंजाब कांग्रेस में उक्त पोल के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग तेज होने लगी है। कैबिनेट मंत्री रहे ब्रह्म मोहिंदरा ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग उठाई है लेकिन कांग्रेस हाईकमान के रुख में इस मुद्दे पर बदलाव के लिए फिलहाल कोई संकेत सामने नहीं आए हैं।

Source link