आतंकी रिंदा की नशे की ओवरडोज से मौत: पाकिस्तान के अस्पताल में तोड़ा दम, मूसेवाला हत्याकांड मे भी था शामिल

आतंकी रिंदा की नशे की ओवरडोज से मौत: पाकिस्तान के अस्पताल में तोड़ा दम, मूसेवाला हत्याकांड मे भी था शामिल

हरविंद्र सिंह रिंदा

हरविंद्र सिंह रिंदा
– फोटो : फाइल फोटो

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पाकिस्तान में पनाह लिए मोस्ट वांटेड आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा की नशे की ओवरडोज के कारण शुक्रवार को मौत हो गई। रिंदा को लाहौर के एक अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन तबियत अधिक खराब होने के चलते उसे सैनिक अस्पताल शिफ्ट करना पड़ा। यहां भी चिकित्सक उसकी जान नहीं बचा सके और उसकी मौत हो गई।

पिछले कई दिनों से रिंदा ने पंजाब सरकार की नाक में दम कर रखा था। रिंदा पंजाब में टारगेट किलिंग और आतंकवाद फैलाने  के लिए की गई कई वारदातों में वांछित था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हरविंदर रिंदा एक गैंगस्टर ही था, लेकिन उसने हाल ही में पाकिस्तान में आईएसआई की शरण प्राप्त एक अन्य मोस्ट वांटेड आतंकवादी वधावा सिंह के साथ हाथ मिला लिया था।

रिंदा बब्बर खालसा के प्रमुख वधावा सिंह का दाहिना हाथ बन चुका था और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भी रिंदा को अपने साथ जोड़ लिया था। रिंदा के जरिए आईएसआई पंजाब में ड्रोन की मदद से हथियारों की सप्लाई करने लगा था। इसके साथ ही रिंदा ने गैंगस्टर रहते पंजाब में जो अपना नेटवर्क स्थापित किया था।

छोटे अपराधिकयों को उसने आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार करना शुरु कर दिया था। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस मुख्यालय की इमारत पर आरपीजी हमला इसी कड़ी का हिस्सा था। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के अलावा अन्य कई जघन्य वारदातों में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई समेत जितने भी अपराधियों के नाम सामने आए, उनके पीछे हरविंदर रिंदा मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया है।

गौरतलब है कि एनआईए ने दो माह पहले रिंदा पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एनआईए ने रिंदा की गतिविधियों की सूचना देने के लिए कई फोन नंबर भी जारी किए थे। पिछले दिनों पंजाब में एनआईए के जो छापे मारे गए उसमें भी यह बात सामने आई थी कि यह छापे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों और स्थानीय गैंगस्टरों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए मारे गए थे।

पंजाब के नामी गैंगस्टर थे रिंदा के संपर्क में
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की गोद में बैठा नामी गैंगस्टर हरविंदर रिंदा बब्बर खालसा का कुख्यात आतंकी बन चुका था, लेकिन पंजाब में नामी गैंगस्टरों समेत कई बदमाश रिंदा के संपर्क में थे। इतना ही नहीं, एजेंसियों को आशंका है कि रिंदा का पंजाब में गैंगस्टरों के जरिये जमीनी स्तर पर जबरदस्त नेटवर्क था। इसका पूरा फायदा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ले रही थी। 

रिंदा पंजाब में नामी गैंगस्टर रहा है, उस पर 50 हजार रुपये का नकद इनाम भी था। पंजाब के नामी गैंगस्टर के साथ संबंध थे। पंजाब की खुफिया एजेंसियों को इसके कई इनपुट भी मिले थे। पंजाब पुलिस ने अपने डोजियर में हरविंदर सिंह रिंदा को ए प्लस स्तर का गैंगस्टर बताया। डोजियर के मुताबिक हरविंदर सिंह रिंदा काफी खूंखार किस्म का गैंगस्टर था और इसीलिए उसे ए प्लस कैटेगरी में रखा गया।

27 आपराधिक मामले थे दर्ज
रिंदा पर भारत से फरार होने के पहले तक पंजाब और महाराष्ट्र में कुल 27 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, किडनैपिंग, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। डोजियर में हरविंदर सिंह रिंदा के 27 एसोसिएट का भी उनकी फोटो के साथ जिक्र किया गया है, जो पंजाब और महाराष्ट्र में आपराधिक वारदात को अंजाम देते रहे। इसमें पंजाब के नामी गैंगस्टर भी शामिल थे।

पंजाब के छात्रों की राजनीति में दखल
पंजाब के छात्रों की राजनीति में रिंदा की दखलंदाजी पूरी रही थी और एजेंसियों के लिए भी यह चिंता बनी हुई थी। 28 अप्रैल 2016 को पंजाब यूनिवर्सिटी में जारी फैशन शो के दौरान सोई और सोपू समर्थकों में मारपीट हुई थी। गैंगस्टर हरिवंदर सिंह रिंदा ने साथियों के साथ मिलकर सोपू को स्पोर्ट करते हुए सोई लीडर गोदरा को गोली मारकर घायल किया था। सेक्टर-11 थाना पुलिस ने रिंदा समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था व रिंदा को भगोड़ा करवाकर 50 हजार रुपये इनाम रखवाया था। एजेंसियों के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक रिंदा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कम से कम 1500 युवाओं से जुड़ा हुआ था और उसने पाकिस्तान पहुंचने के बाद भी अपने नेटवर्क को कमजोर नहीं होने दिया, बल्कि मजबूत रखा। 

विस्तार

पाकिस्तान में पनाह लिए मोस्ट वांटेड आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा की नशे की ओवरडोज के कारण शुक्रवार को मौत हो गई। रिंदा को लाहौर के एक अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन तबियत अधिक खराब होने के चलते उसे सैनिक अस्पताल शिफ्ट करना पड़ा। यहां भी चिकित्सक उसकी जान नहीं बचा सके और उसकी मौत हो गई।

पिछले कई दिनों से रिंदा ने पंजाब सरकार की नाक में दम कर रखा था। रिंदा पंजाब में टारगेट किलिंग और आतंकवाद फैलाने  के लिए की गई कई वारदातों में वांछित था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हरविंदर रिंदा एक गैंगस्टर ही था, लेकिन उसने हाल ही में पाकिस्तान में आईएसआई की शरण प्राप्त एक अन्य मोस्ट वांटेड आतंकवादी वधावा सिंह के साथ हाथ मिला लिया था।

रिंदा बब्बर खालसा के प्रमुख वधावा सिंह का दाहिना हाथ बन चुका था और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भी रिंदा को अपने साथ जोड़ लिया था। रिंदा के जरिए आईएसआई पंजाब में ड्रोन की मदद से हथियारों की सप्लाई करने लगा था। इसके साथ ही रिंदा ने गैंगस्टर रहते पंजाब में जो अपना नेटवर्क स्थापित किया था।

छोटे अपराधिकयों को उसने आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार करना शुरु कर दिया था। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस मुख्यालय की इमारत पर आरपीजी हमला इसी कड़ी का हिस्सा था। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के अलावा अन्य कई जघन्य वारदातों में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई समेत जितने भी अपराधियों के नाम सामने आए, उनके पीछे हरविंदर रिंदा मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया है।

गौरतलब है कि एनआईए ने दो माह पहले रिंदा पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एनआईए ने रिंदा की गतिविधियों की सूचना देने के लिए कई फोन नंबर भी जारी किए थे। पिछले दिनों पंजाब में एनआईए के जो छापे मारे गए उसमें भी यह बात सामने आई थी कि यह छापे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों और स्थानीय गैंगस्टरों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए मारे गए थे।

पंजाब के नामी गैंगस्टर थे रिंदा के संपर्क में

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की गोद में बैठा नामी गैंगस्टर हरविंदर रिंदा बब्बर खालसा का कुख्यात आतंकी बन चुका था, लेकिन पंजाब में नामी गैंगस्टरों समेत कई बदमाश रिंदा के संपर्क में थे। इतना ही नहीं, एजेंसियों को आशंका है कि रिंदा का पंजाब में गैंगस्टरों के जरिये जमीनी स्तर पर जबरदस्त नेटवर्क था। इसका पूरा फायदा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ले रही थी। 

रिंदा पंजाब में नामी गैंगस्टर रहा है, उस पर 50 हजार रुपये का नकद इनाम भी था। पंजाब के नामी गैंगस्टर के साथ संबंध थे। पंजाब की खुफिया एजेंसियों को इसके कई इनपुट भी मिले थे। पंजाब पुलिस ने अपने डोजियर में हरविंदर सिंह रिंदा को ए प्लस स्तर का गैंगस्टर बताया। डोजियर के मुताबिक हरविंदर सिंह रिंदा काफी खूंखार किस्म का गैंगस्टर था और इसीलिए उसे ए प्लस कैटेगरी में रखा गया।

27 आपराधिक मामले थे दर्ज

रिंदा पर भारत से फरार होने के पहले तक पंजाब और महाराष्ट्र में कुल 27 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, किडनैपिंग, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। डोजियर में हरविंदर सिंह रिंदा के 27 एसोसिएट का भी उनकी फोटो के साथ जिक्र किया गया है, जो पंजाब और महाराष्ट्र में आपराधिक वारदात को अंजाम देते रहे। इसमें पंजाब के नामी गैंगस्टर भी शामिल थे।

पंजाब के छात्रों की राजनीति में दखल

पंजाब के छात्रों की राजनीति में रिंदा की दखलंदाजी पूरी रही थी और एजेंसियों के लिए भी यह चिंता बनी हुई थी। 28 अप्रैल 2016 को पंजाब यूनिवर्सिटी में जारी फैशन शो के दौरान सोई और सोपू समर्थकों में मारपीट हुई थी। गैंगस्टर हरिवंदर सिंह रिंदा ने साथियों के साथ मिलकर सोपू को स्पोर्ट करते हुए सोई लीडर गोदरा को गोली मारकर घायल किया था। सेक्टर-11 थाना पुलिस ने रिंदा समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था व रिंदा को भगोड़ा करवाकर 50 हजार रुपये इनाम रखवाया था। एजेंसियों के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक रिंदा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कम से कम 1500 युवाओं से जुड़ा हुआ था और उसने पाकिस्तान पहुंचने के बाद भी अपने नेटवर्क को कमजोर नहीं होने दिया, बल्कि मजबूत रखा। 

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