जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमले की योजना बना रहे एक पाकिस्तानी आतंकवादी के कुलगाम जिले में एक मुठभेड़ में मारे जाने से सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा है कि कुलगाम मुठभेड़ में मारा गया आतंकवादी उस्मान एक पाकिस्तानी और शीर्ष जेएम कमांडर लंबू का करीबी सहयोगी था। लंबू भू हाल ही में एक मुठभेड़ में मारा गया था। उन्होंने कहा कि उस्मान का पाकिस्तानी होना यह बीएसएफ के काफिले पर हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता की पुष्टि करता है।
उन्होंने कहा कि रात भर चली मुठभेड़ उस समय शुरू हुई थी जब एक इमारत में छिपे दो आतंकवादियों ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ के काफिले पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
Usman, the terrorist killed in the Kulgam encounter, is a Pakistani & a close associate of top JeM commander Lamboo who was recently killed in an encounter. It confirms Pakistan’s involvement in the attack on the BSF convoy: IGP Kashmir Vijya Kumar
— ANI (@ANI) August 13, 2021
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि कुलगाम के मालपोरा मीर बाजार इलाके के पास श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर (बृहस्पतिवार) करीब तीन बजे आतंकवादियों ने बीएसएफ के काफिले पर गोलीबारी की। पुलिस और सुरक्षा बलों के एक आरओपी (सड़क खोलने वाले दल) ने जवाबी कार्रवाई की। शुरुआती हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस और सेना के जवान तुरंत वहां पहुंचे और इलाके की घेराबंदी कर दी।
उन्होंने कहा, ”दल ने सुनिश्चित किया कि आतंकवादियों को भागने का कोई मौका न दिया जाए। आतंकवादियों ने पास की एक विशाल इमारत में शरण ले रखी थी। छिपे हुए आतंकवादियों ने पुलिस / सुरक्षा बलों के संयुक्त दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई की गई तो मुठभेड़ शुरू हो गई।”
आईजीपी ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से सामान्य जानकारी मिल रही थी कि ये ‘आतंकवादी बारामूला-श्रीनगर रोड या काजीगुंड-पंथा चौक से राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमला करने की योजना बना रहे थे।’ उन्होंने कहा, ”इसलिए, पुलिस और सुरक्षा बल तैयार थे। इससे पता चलता है कि सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया कितनी अच्छी रही है कि जवाबी कार्रवाई के दौरान आतंकवादी को भागने नहीं दिया गया।”
उन्होंने कहा कि जब बीएसएफ का काफिला आ रहा था तब दो आतंकवादियों ने एक विशाल इमारत से अंधाधुंध गोलीबारी की, लेकिन हमें कोई चोट नहीं आई। कुमार ने कहा, ”सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और मुठभेड़ शुरू हो गई। जीओसी (सेना के दक्षिण कश्मीर स्थित जनरल ऑफिसर कमांडिंग) विक्टर फोर्स और मैंने रात के दौरान ऑपरेशन की निगरानी की। हमने रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया और एक आतंकवादी को मार गिराया।”
उन्होंने कहा, ”चूंकि अंधेरे में तलाश करना मुश्किल था, इसलिए सुबह एक पाकिस्तानी आतंकवादी का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान उस्मान के रूप में हुई है, जो पिछले छह महीने से सक्रिय था।” उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया, जिसमें एक एके-47 राइफल, मैगजीन, ग्रेनेड, आरपीजी-7 रॉकेट लांचर शामिल हैं। कुमार ने कहा कि यह दिखाता है कि ”आतंकवादी कोई बड़ी योजना बना रहे थे।”
उन्होंने कहा, ”लंबे समय के बाद (कश्मीर में) आरपीजी-7 बरामद किया गया है और पुलिस व सुरक्षा बलों ने एक बड़ी घटना को टाल दिया है। मुझे पुलिस और सुरक्षा बलों पर गर्व है।” उन्होंने कहा कि खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी उस्मान को मारकर बड़ी सफलता मिली है। पुलिस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि आतंकवादियों द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी में सीआरपीएफ और सेना का एक-एक जवान और दो नागरिक घायल हो गए। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
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