‘थरूर गुट’ की आहट से कांग्रेस में टेंशन! AICC की हुई एंट्री, दे दी चेतावनी

‘थरूर गुट’ की आहट से कांग्रेस में टेंशन! AICC की हुई एंट्री, दे दी चेतावनी

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केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ने के आसार हैं। अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने साफ कर दिया है कि थरूर को केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी KPCC की बात माननी होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी पार्टी लाइन से ऊपर नहीं है। थरूर के चार दिवसीय उत्तर केरल के दौरे से कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है।

AICC महासचिव तारिक अनवर ने कहा, ‘केपीसीसी प्रमुख और विपक्ष के नेता पहले ही बयान जारी कर चुके हैं और मैं उनका समर्थन करता हूं। थरूर ही नहीं, कांग्रेस के सभी नतेाओं को कमेटी की तरफ से तय मानदंडों का पालन करना ही चाहिए। कोई भी पार्टी से ऊपर नहीं है। इस मामले में AICC दखल नहीं देगा। अगर केपीसीसी थरूर के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज करता है, तो हम बीच हस्तक्षेप करेंगे।’

मंगलवार को वीडी सतीशन ने चेतावनी दी थी कि पार्टी ‘गुटबाजी की राजनीति’ को सहन नहीं करेगी और इससे गंभीरता से निपटा जाएगा। इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख के सुधाकरण भी कांग्रेस नेताओं से थरूर के दौरे पर बयान देने से बचने के लिए कह चुके हैं। कहा जा रहा है कि थरूर उत्तर केरल की यात्रा के जरिए प्रदेश की राजनीति में ज्यादा सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में उनका सत्र आयोजित नहीं होने से सियासी बयानबाजी तेज हो गई थी।

मुलाकातों ने बढ़ाई रार?

खबर है कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के नेताओं से भी थरूर की मुलाकात ने कांग्रेस नेताओं को नाराज कर दिया है। इसपर अनवर कहते हैं, ‘थरूर मुस्लिम लीग के नेताओं या किसी से भी मिलने के लिए आजाद हैं। हालांकि, उन्हें पार्टी लाइन का पालन करना होगा। यह सभी पार्टी नेताओं पर लागू होता है।’ थरूर का यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में भाषण रद्द होने की जांच की मांग भी उठने लगी थी। इसपर अनवर ने कहा कि केपीसीसी यहां फैसला लेगी।

थरूर बोले- मुझे किसी का डर नहीं

पार्टी में ‘थरूर गुट’ के बढ़ने की अटकलों के बीच मची हलचल और उन्हें मिल रहे समर्थन से अप्रभावित दिख रहे कांग्रेस सांसद थरूर ने मंगलवार को अपनी यात्रा जारी रखते हुए यहां यूडीएफ-सहयोगी आईयूएमएल के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और कहा कि उन्हें किसी से डर नहीं है तथा किसी को भी उनसे डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी राज्य कांग्रेस के भीतर कोई गुट बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

थरूर ने कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि यह (उनका दौरा) विभाजनकारी रणनीति या गुटबाजी है। हमारा कोई गुट बनाने का इरादा नहीं है और न ही हमारी इसमें रुचि है। कांग्रेस पहले से ही ‘ए’ और ‘आई’ समूहों से भरी हुई है और अब ‘ओ’ और ‘वी’ जैसे अक्षर जोड़ने की जरूरत नहीं है।’ केरल में करुणाकरण और एके एंटनी, दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के समय से कांग्रेस पार्टी में ‘ए’ और ‘आई’ समूह सक्रिय हैं।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर एक अक्षर होना है, तो वह एक संयुक्त कांग्रेस के लिए ‘यू’ होना चाहिए, जिसकी हम सभी को जरूरत है। इस दौरे में कुछ भी असामान्य नहीं है। मैं यूडीएफ के दो सांसदों के एक सहयोगी दल के नेताओं से मिलने में कोई बड़ी बात देखने की जरूरत नहीं समझ पा रहा हूं।’

(भाषा इनपुट के साथ)

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