दुखद: मेघालय के विधायक का कोरोना वायरस से निधन, नहीं लगवाया था कोई टीका

पीटीआई, शिलांग
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 11 Sep 2021 12:28 AM IST

सार

निर्दलीय विधायक सिंटार क्लास सुन के निधन पर मुख्यमंत्री संगमा ने शोक प्रकट किया। बता दें कि मेघालय ने अब तक अपने पांच विधायकों को खो दिया है।

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मेघालय के निर्दलीय विधायक सिंटार क्लास सुन का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया। सुन मावफलांग से विधायक थे। उन्होंने कोरोना जांच करवाई थी, इसमें वो पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ती चली गई और मावंगप में अपने आवास पर उनकी मृत्यु हो गई।

विधानसभा के एक अधिकारी के मुताबिक, निर्दलीय विधायक सिंटार क्लास सुन ने कोई टीका नहीं लिया था, यह राज्य के सात गैर-टीकाकरण वाले विधायकों में शामिल थे। सुन पर्यावरण पर विधानसभा समिति के अध्यक्ष और राष्ट्रीय फुटबॉलर यूजीनसन लिंगदोह के पिता थे।

उनकी राजनीति के बारे में बात की जाए तो 2016 में राज्य पीएचई के मुख्य अभियंता के रूप में सेवानिवृत्त होने के बाद वह राजनीति में शामिल हो गए थे। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में मावफलांग सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था।

मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मावफलांग के माननीय विधायक सिंटार सुन ने सार्वजनिक सेवा में प्रशंसनीय काम किए थे। उनके परिवार, प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।

बता दें कि सुन के निधन के बाद 2018 के बाद से वर्तमान विधानसभा ने पांच सदस्यों को खो दिया है। 2018 में कांग्रेस विधायक क्लेमेंट मारक की मृत्यु हो गई थी, वहीं अध्यक्ष डोनकुपर रॉय ने 2019 में अंतिम सांस ली। इसी साल कांग्रेस के दो और विधायक डेविड ए नोंग्रुम और डॉ आजाद जमान का 2 फरवरी और 4 मार्च को निधन हो गया था।

विस्तार

मेघालय के निर्दलीय विधायक सिंटार क्लास सुन का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया। सुन मावफलांग से विधायक थे। उन्होंने कोरोना जांच करवाई थी, इसमें वो पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ती चली गई और मावंगप में अपने आवास पर उनकी मृत्यु हो गई।

विधानसभा के एक अधिकारी के मुताबिक, निर्दलीय विधायक सिंटार क्लास सुन ने कोई टीका नहीं लिया था, यह राज्य के सात गैर-टीकाकरण वाले विधायकों में शामिल थे। सुन पर्यावरण पर विधानसभा समिति के अध्यक्ष और राष्ट्रीय फुटबॉलर यूजीनसन लिंगदोह के पिता थे।

उनकी राजनीति के बारे में बात की जाए तो 2016 में राज्य पीएचई के मुख्य अभियंता के रूप में सेवानिवृत्त होने के बाद वह राजनीति में शामिल हो गए थे। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में मावफलांग सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था।

मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मावफलांग के माननीय विधायक सिंटार सुन ने सार्वजनिक सेवा में प्रशंसनीय काम किए थे। उनके परिवार, प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।

बता दें कि सुन के निधन के बाद 2018 के बाद से वर्तमान विधानसभा ने पांच सदस्यों को खो दिया है। 2018 में कांग्रेस विधायक क्लेमेंट मारक की मृत्यु हो गई थी, वहीं अध्यक्ष डोनकुपर रॉय ने 2019 में अंतिम सांस ली। इसी साल कांग्रेस के दो और विधायक डेविड ए नोंग्रुम और डॉ आजाद जमान का 2 फरवरी और 4 मार्च को निधन हो गया था।

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