यूक्रेन पर एक्शन में मोदी: पोलैंड के रास्ते भारतीयों को निकालेगी सरकार, हाई लेवल मीटिंग में सीधे यूक्रेन से एयरलिफ्ट करने पर भी चर्चा

यूक्रेन पर एक्शन में मोदी: पोलैंड के रास्ते भारतीयों को निकालेगी सरकार, हाई लेवल मीटिंग में सीधे यूक्रेन से एयरलिफ्ट करने पर भी चर्चा

नई दिल्ली43 मिनट पहले

रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। इसके चलते वहां का एयर स्पेस बंद हो गया है, लेकिन केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए प्लान-B पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग की गई है।

मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कैबिनेट सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद रहे।

विदेश सचिव हर्ष वी. शृंगला ने मीटिंग के बाद बताया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के वैकल्पिक तरीकों पर चर्चा की गई। इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। भारतीय नागरिकों को पोलैंड के रास्ते भारत लाया जाएगा। इसके लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाक रिपब्लिक और हंगरी के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे। पोलैंड-यूक्रेन की सीमा पर भारतीय दूतावास ने अपना कैंप लगा लिया है।

शृंगला ने इंडियन एयरफोर्स की मदद से भारतीयों को सीधे यूक्रेन से एयरलिफ्ट करने की संभावना पर भी मीटिंग में चर्चा होने की बात कही। उन्होंने कहा, इसके लिए हम रक्षा मंत्रालय के साथ संपर्क में है ताकि यूक्रेन की सिचुएशन के हिसाब से कदम उठाया जा सके। इसके लिए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर आज रात यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात करेंगे। विदेश सचिव ने कहा, हमने यूक्रेन की राजधानी कीव से सभी भारतीयों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए सड़क मार्गों की मैपिंग कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने मीटिंग में स्पष्ट कहा है कि सभी नागरिकों की सुरक्षित वापसी टॉप प्रायोरिटी है, इसे सुनिश्चित किया जाए। भारत सरकार यूक्रेन की सभी यूनिवर्सिटीज से इंडियन स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन क्लासेज चलाने की रिक्वेस्ट भी कर रही है। विदेश सचिव हर्ष वी. शृंगला ने पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच थोड़ी देर बाद रात में ही बात होने की भी पुष्टि की।

यूक्रेन में रूस के हमले से पहले भारत वापस नहीं जा पाने के कारण वहां मौजूद इंडियन स्टूडेंट्स नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने इसके लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए।

यूक्रेन में रूस के हमले से पहले भारत वापस नहीं जा पाने के कारण वहां मौजूद इंडियन स्टूडेंट्स नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने इसके लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए।

शृंगला ने कहा कि एक माह से वहां मौजूद सभी भारतीयों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा था ताकि सही संख्या की जानकारी मौजूद रहे। इसी के आधार पर हमें करीब 20,000 नागरिकों की वहां मौजूदगी की जानकारी है। अब तक 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से पिछले कुछ दिन में वापस लौट चुके हैं। दिल्ली में बनाए गए कंट्रोल रूम को अब तक 980 कॉल्स और 350 ई-मेल्स मिल चुके हैं।

शृंगला ने रूस पर यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, जापान आदि द्वारा लगाए प्रतिबंधों को लेकर कहा कि हमें देखना होगा इनसे हमारे हितों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यह स्वीकार करना होगा कि किसी भी प्रतिबंध का हमारे संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा।

उधर, न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मीटिंग में साथ ही इस संकट के कारण देश के हितों पर होने वाले प्रभाव की समीक्षा भी की गई। दरअसल, यूक्रेन और रूस, दोनों के साथ भारत के एकसमान सामरिक व कूटनीतिक रिश्ते हैं। भारत दोनों ही देशों से बड़े पैमाने पर रक्षा उपकरणों की खरीद भी करता है। ऐसे में इस संकट के कारण देश की रक्षा खरीद प्रभावित होने की संभावना बन रही है। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल सरकार के सभी शीर्ष लोगों को इस मुद्दे पर डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके से कोई भी कमेंट पब्लिकली करने पर रोक लगा दी गई है।

मोदी-पुतिन की बातचीत
PMO से जारी बयान में कहा गया- प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की। इस दौरान खासतौर पर यूक्रेन के मसले पर बातचीत हुई। प्रधानमंत्री ने पुतिन से कहा कि नाटो और रूस को यूक्रेन मसला गंभीरत बातचीत से सुलझाना चाहिए। यूक्रेन और रूस के बीच फौरन सीजफायर होना चाहिए। मोदी ने यूक्रेन में मौजूद भारतीयों और खासकर स्टूडेंट्स की सुरक्षा मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा कि भारतीयों को सुरक्षित वापसी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोनों नेता इस बात पर सहमत थे कि इस मुद्दे पर दोनों देशों के डिप्लोमैट्स संपर्क में रहेंगे।

पूरा दिन भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए क्या किया गया…

  • यूक्रेन से भारतीय नागरिकों के बॉर्डर पार कर हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक रिपब्लिक और रोमानिया पहुंचने की संभावना है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस संभावना को देखते हुए इन चारों देशों के भारतीय दूतावासों से स्पेशल टीम यूक्रेन से सटे बॉर्डर पोस्ट पर भेज दी गई है। ये टीमें वहां पहुंचने वाले भारतीयों के दस्तावेज पूरे करने में मदद करेगी।
  • केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में कहा, यूक्रेन में जैसे ही एयर स्पेस खोला जाएगा। स्पेशल फ्लाइट्स फिर से शुरू की जाएंगी।
  • यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने राजधानी कीव में दूतावास के पास स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों के रहने का प्रबंध किया है।
  • कतर के दोहा में भारतीय दूतावास ने कहा है कि इंडिया-कतर बाइलेटरल एयर एग्रीमेंट के तहत यूक्रेन से आने वाले भारतीय यात्रियों को यहां से होते हुए यात्रा करने की भारत सरकार ने अनुमति दे दी है।
  • यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा है कि हम यहां प्रशासन के संपर्क में हैं। भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास प्रयास कर रहे हैं कि अपने नागरिकों को यहां (यूक्रेन) से कैसे निकाला जा सकता है। जब तक हर भारतीय वापस हमारे देश नहीं पहुंच जाता, तब तक भारतीय दूतावास यहां काम जारी रखेगा।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपनी तीसरी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा है कि किसी भारतीय नगारिक को हवाई सायरन या बम की चेतावनी मिल रही है तो वे बमप्रूफ शेल्टर्स में चले जाएं।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपनी तीसरी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा है कि किसी भारतीय नगारिक को हवाई सायरन या बम की चेतावनी मिल रही है तो वे बमप्रूफ शेल्टर्स में चले जाएं।

  • केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा, सरकार इराक, कुवैत से भी भारतीयों को वापस लाई है। यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद है, इसलिए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
  • भारतीय राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा, यूक्रेन में एयर स्पेस बंद है, रेलवे शेड्यूल पूरी तरह बिगड़ चुका है और सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। मैं अपील करता हूं, जो भारतीय नागरिक जहां है, वहीं शांति से रहे और धैर्य के साथ हालात का सामना करे।
  • यूक्रेन में मौजूद इंडियन स्टूडेंट्स के मुताबिक, इंडियन एम्बेसी ने स्टूडेंट्स को फ्लैट से निकलने के लिए मना कर दिया है। कहा गया है कि 6 दिन जहां, जैसे हैं, उसी हालत में बिताएं। यही नहीं, एम्बेसी ने एटीएम तक जाने से भी रोका है, क्योंकि कोई लूट की घटना हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें…

यूक्रेन संकट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें…
रूस का हमला:यूक्रेन के शहरों में हाहाकार, दुकानों में सामान खत्म हुआ लेकिन ग्राहकों की लंबी कतारें; कई जगह लूटपाट

रूस-यूक्रेन जंग:रूस के समर्थन में खुलकर सामने आया चीन; दुनिया को डर- अब चीन कहीं ताइवान पर हमला न कर दे

यूक्रेन में 12 जगहों पर हुए धमाके:पुतिन बोले- रूस-यूक्रेन युद्ध को टाला नहीं जा सकता, हथियार डाल दे यूक्रेनी सेना

भास्कर एक्सक्लूसिव- यूक्रेन ने भारतीय खतरे में डाले:डनिप्रो में मौजूद स्टूडेंट ने कहा-यूनिवर्सिटी ने जबरन रोका, रूस के सामने विदेशियों को शील्ड बनाने की प्लानिंग

पुतिन के 10 बेबाक अंदाज:यूक्रेन पर हमला ही नहीं, दुनिया को अपने हैरतअंगेज कारनामों से भी चौंका देते हैं रूसी राष्ट्रपति

Source link