विधानसभा चुनाव: शराब के भरोसे पंजाब को संवारेंगे भगवंत मान? केजरीवाल का बचाव करते हुए बताया प्लान

आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से पंजाब के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने कहा है कि वह शराब से आने वाले राजस्व से राज्य का विकास करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दिल्ली सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी में केवल लाभ के लिए शराब की दुकान खोलने का आरोप लगाने के बाद उन्होंने भगवा पार्टी पर पलटवार भी किया है।

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मान ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि शराब की दुकानों से संग्रह का इस्तेमाल बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाएगा।

एएनआई ने मान के हवाले से कहा, “शराब की दुकानों से संग्रह का उपयोग बुनियादी ढांचे के विकास, स्कूलों के निर्माण और बिजली की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।” उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में बीजेपी के पास मुश्किल से चार-पांच सीटें हैं। भाजपा के पास हमारी पार्टी पर सवाल उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’ मान ने जब यह बयान पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान दिया। 

यह बयान तब आया है जब ईरानी ने नई शराब नीति को लेकर केजरीवाल सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ मुनाफे के लिए शराब की दुकानें खोलीं। उन्होंने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अरविंद केजरीवाल ने शराब की दुकानें खोली और साबित कर दिया कि वह लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।”

उन्होंने दिल्ली और केंद्र में केजरीवाल सरकार की तुलना करते हुए कहा, “भाजपा एक मंदिर बना रही है और केजरीवाल सरकार इसके पास एक शराब की दुकान खोल रही है। आपको तिलक नगर में दो गुरुद्वारों के बीच में एक शराब की दुकान मिलेगी। केजरीवाल सरकार ने मर्यादा का उल्लंघन किया है। वह ‘नशा मुक्त’ पंजाब का वादा करते हैं।”

उन्होंने कहा कि भाजपा नई आबकारी नीति के खिलाफ तब तक अपना विरोध जारी रखने के लिए कटिबद्ध है, जब तक कि केजरीवाल सरकार इसे वापस नहीं ले लेती।

आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब की बिक्री से बाहर निकलकर निजी फर्मों को खुली निविदा के माध्यम से 849 शराब की दुकानों का लाइसेंस दिया है। अब तक शहर के कई हिस्सों में 550 से अधिक शराब की दुकानें खोली जा चुकी हैं, जबकि बाकी खुलने वाली हैं।

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