IND vs SA: सेंचुरियन में टॉस का नहीं होता कोई असर, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने यहां बरपाया है कहर

{“_id”:”61c60df2afb9c30e8c0c1d9e”,”slug”:”ind-vs-sa-1st-test-centurion-record-toss-stats-analysis-right-arm-fast-bowlers-have-been-successful”,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”IND vs SA: सेंचुरियन में टॉस का नहीं होता कोई असर, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने यहां बरपाया है कहर”,”category”:{“title”:”Cricket News”,”title_hn”:”क्रिकेट न्यूज़”,”slug”:”cricket-news”}}

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Sat, 25 Dec 2021 08:56 AM IST

सार

टीम इंडिया की नजर पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने पर है। टीम इंडिया इसी देश में अब तक कोई सीरीज नहीं जीत सकी है। मैच शुरू होने से पहले दोनों टीमें इस बात को लेकर खुश होंगी कि सेंचुरियन में टॉस का कोई खास असर नहीं होता है।

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका
– फोटो : अमर उजाला

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बॉक्सिंग टेस्ट रविवार (26 दिसंबर) से शुरू हो रहा है। टीम इंडिया की नजर पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने पर है। टीम इंडिया इसी देश में अब तक कोई सीरीज नहीं जीत सकी है। मैच शुरू होने से पहले दोनों टीमें इस बात को लेकर खुश होंगी कि सेंचुरियन में टॉस का कोई खास असर नहीं होता है। यहां टॉस जीतने और हारने वाली टीम के पक्ष में बराबर नतीजे निकले हैं।

सेंचुरियन में अब तक 26 टेस्ट मैच हुए हैं। 11 बार टॉस जीतने वाली टीम मैच जीती है तो 11 बार ही मैच हारी भी है। चार मुकाबले अब तक यहां ड्रॉ हुए हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि सेंचुरियन में टॉस कोई जीते बेहतर खेल दिखाने वाली ही टीम मैच जीतेगी। उसे टॉस का लाभ ज्यादा नहीं मिलेगा। अगर इस मैदान पर उच्चतम स्कोर की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ 621 रन बनाए हैं। वहीं, न्यूनतम स्कोर इंग्लैंड के नाम है। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 101 रन पर ऑलआउट हो गई थी।

पारी में औसत स्कोर कितना है?
सेंचुरियन में अगर पारी के हिसाब से आंकड़ों को देखें तो पहली पारी में औसत स्कोर 329 रन है। दूसरी पारी में यह तीन रन घटकर 326 रन हो जाता है। तीसरी पारी में औसत स्कोर 237 रन और चौथी पारी में औसत स्कोर 161 रन है।

दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग है सेंचुरियन
सेंचुरियन में दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा विकेट चटकाए हैं। इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने कुल 663 झटके हैं। इनमें दाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों ने 591 विकेट हासिल किए हैं। सिर्फ 72 विकेट बाएं हाथ के गेंदबाजों को मिले हैं। देश के हिसाब से देखें तो दक्षिण अफ्रीका इस मामले में पहले पायदान पर है। उसके तेज गेंदबाजों ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा 419 विकेट निकाले हैं। भारतीय तेज गेंदबाजों के खाते में दो मैच में 15 विकेट हैं।

भारतीय टीम इस आंकड़े को देखकर खुश होगी। उसके पास दौरे पर बाएं हाथ का कोई तेज गेंदबाज नहीं है। टीम में शामिल जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और ईशांत शर्मा सभी दाएं हाथ के हैं।

सेंचुरियन स्पिनरों के लिए मददगार नहीं
तेज गेंदबाजों के मुकाबले स्पिन गेंदबाज यहां ज्यादा सफल नहीं हुए हैं। वे सिर्फ 104 विकेट ले सके हैं। इनमें से 60 विकेट दाएं हाथ और 44 विकेट बाएं हाथ के स्पिनर ने झटके हैं। अगर देशों के हिसाब देखें तो सबसे ज्यादा दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर ने 40 विकेट निकाले हैं। श्रीलंका इस मामले में दूसरे नंबर पर है। उसके स्पिनर ने सेंचुरियन में 21 विकेट निकाले हैं।

विस्तार

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बॉक्सिंग टेस्ट रविवार (26 दिसंबर) से शुरू हो रहा है। टीम इंडिया की नजर पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने पर है। टीम इंडिया इसी देश में अब तक कोई सीरीज नहीं जीत सकी है। मैच शुरू होने से पहले दोनों टीमें इस बात को लेकर खुश होंगी कि सेंचुरियन में टॉस का कोई खास असर नहीं होता है। यहां टॉस जीतने और हारने वाली टीम के पक्ष में बराबर नतीजे निकले हैं।

सेंचुरियन में अब तक 26 टेस्ट मैच हुए हैं। 11 बार टॉस जीतने वाली टीम मैच जीती है तो 11 बार ही मैच हारी भी है। चार मुकाबले अब तक यहां ड्रॉ हुए हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि सेंचुरियन में टॉस कोई जीते बेहतर खेल दिखाने वाली ही टीम मैच जीतेगी। उसे टॉस का लाभ ज्यादा नहीं मिलेगा। अगर इस मैदान पर उच्चतम स्कोर की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ 621 रन बनाए हैं। वहीं, न्यूनतम स्कोर इंग्लैंड के नाम है। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 101 रन पर ऑलआउट हो गई थी।

पारी में औसत स्कोर कितना है?

सेंचुरियन में अगर पारी के हिसाब से आंकड़ों को देखें तो पहली पारी में औसत स्कोर 329 रन है। दूसरी पारी में यह तीन रन घटकर 326 रन हो जाता है। तीसरी पारी में औसत स्कोर 237 रन और चौथी पारी में औसत स्कोर 161 रन है।

दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग है सेंचुरियन

सेंचुरियन में दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा विकेट चटकाए हैं। इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने कुल 663 झटके हैं। इनमें दाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों ने 591 विकेट हासिल किए हैं। सिर्फ 72 विकेट बाएं हाथ के गेंदबाजों को मिले हैं। देश के हिसाब से देखें तो दक्षिण अफ्रीका इस मामले में पहले पायदान पर है। उसके तेज गेंदबाजों ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा 419 विकेट निकाले हैं। भारतीय तेज गेंदबाजों के खाते में दो मैच में 15 विकेट हैं।

भारतीय टीम इस आंकड़े को देखकर खुश होगी। उसके पास दौरे पर बाएं हाथ का कोई तेज गेंदबाज नहीं है। टीम में शामिल जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और ईशांत शर्मा सभी दाएं हाथ के हैं।

सेंचुरियन स्पिनरों के लिए मददगार नहीं

तेज गेंदबाजों के मुकाबले स्पिन गेंदबाज यहां ज्यादा सफल नहीं हुए हैं। वे सिर्फ 104 विकेट ले सके हैं। इनमें से 60 विकेट दाएं हाथ और 44 विकेट बाएं हाथ के स्पिनर ने झटके हैं। अगर देशों के हिसाब देखें तो सबसे ज्यादा दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर ने 40 विकेट निकाले हैं। श्रीलंका इस मामले में दूसरे नंबर पर है। उसके स्पिनर ने सेंचुरियन में 21 विकेट निकाले हैं।

Source link