PHOTOS में देखें दिल्ली से लौटते किसानों का जश्न: हाईवे पर 10 किमी तक मेला; DJ पर जमकर डांस, हजारों कारों-ट्रैक्टरों के हॉर्न से हल्ला मचा दिया

पानीपत5 घंटे पहले

(सुनील राणा/दिलबाग दानिश) दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हरियाणा-पंजाब के किसान शनिवार सुबह अपने घरों की तरफ रवाना हुए। सड़कों पर ऐसा नजारा था मानो सिंघु और टीकरी में मेले लगे थे, जिनकी भीड़ घर लौटने के लिए सड़कों पर उतर आई हो। हरियाणा के तीन प्रमुख नेशनल हाईवे पर दूर-दूर तक किसानों के ही काफिले थे।

दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-संगरूर और दिल्ली-हिसार फोरलेन हाईवे पर वाहनों के हॉर्न की आवाज गूंज रही थी या ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर बजते DJ की धूम थी। तीनों हाईवे पर किसानों के लगभग 10-10 किलोमीटर लंबे काफिलों में 5000 से ज्यादा कारें, 3 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉलियां, 3 हजार से ज्यादा टैंपो और 50 से ज्यादा DJ शामिल रहे। इसके अलावा किसानों के टैंटों से लदे दर्जनों ट्रक और कैंटर भी काफिलों का हिस्सा रहे।

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डरों पर डेरा डालने वाले पंजाब और हरियाणा के किसान शनिवार को 380 दिन बाद मोर्चा फतह कर घरों के लिए रवाना हुए। इसकी खुशी उनके चेहरों पर साफ नजर आई।

काफिले में लग्जरी गाड़ियां भी शामिल रहीं
सिंघु और टीकरी बॉर्डर से पंजाब के किसान जब काफिले की शक्ल में हाईवे पर उतरे तो वहां मेला जैसा नजारा दिखा। रास्ते भर डीजे पर बजते पंजाबी गानों पर झूमते किसानों का हौसला हाईवे किनारे खड़े लोग भी हाथ हिलाकर बढ़ाते रहे। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की गड़गड़ाहट और इस काफिले की वजह से तीनों हाईवे पर एक साइड में जाम जैसी स्थिति बनी रही।

किसानों के इस फतह मार्च में ट्रैक्टर-ट्रॉली, टैंपो और कारों के अलावा दर्जनों महंगी लग्जरी गाड़ियां भी नजर आईं। पंजाबी गायक जस बाजवा खुद किसानी झंडा लेकर फतह मार्च में शामिल हुए।

हरियाणा के किसानों ने स्वागत में खिलाया हलवा
सिंघु और टीकरी बॉर्डर से रवाना हुए किसानों के स्वागत के लिए हरियाणा में भी जगह-जगह पानी और अन्य खाने के लंगर लगाए गए। सिंघु बॉर्डर से पानीपत के बीच 80 किलोमीटर के दायरे में तकरीबन 13 जगह किसानों के काफिलों का स्वागत हुआ। इन सभी जगह स्थानीय किसानों ने भी काफिले के स्वागत में डीजे लगा रखे थे। इन DJ पर ‘तैनू जित्त के दिल्लीए पंजाब चल्ले आ’, ‘जिंदाबाद किसानी’ ‘किसान एंथम’, ‘दिल्ली जित्त के आ सजना, मैं सड़कां ते दीवे जगा दूंगी’ और ‘हुण फसलां दी राखी किसान खुद करुंगा’ जैसे किसान आंदोलन के दौरान आए पॉपुलर पंजाबी गायकों पर किसानों ने खूब भांगड़ा डाला। हरियाणा के किसानों ने DJ के अलावा अपने पंजाबी भाइयों के लिए हलवे का इंतजाम भी किया।

जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे पर पानीपत में किसानों के फतह मार्च में शामिल गाड़ियां। पानीपत टोल प्लाजा पर इसकी वजह से जाम की स्थिति बन गई। इस जाम में रोडवेज की बसें भी फंस गईं।

जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे पर पानीपत में किसानों के फतह मार्च में शामिल गाड़ियां। पानीपत टोल प्लाजा पर इसकी वजह से जाम की स्थिति बन गई। इस जाम में रोडवेज की बसें भी फंस गईं।

हरियाणा पुलिस ने डायवर्ट किया ट्रैफिक

किसानों के फतह मार्च को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-संगरूर और दिल्ली-हिसार फोरलेन हाईवे पर सुबह से ही ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए विशेष तैयारियां कर लीं। कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस-वे और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेस-वे से भारी वाहनों के नीचे उतरने पर सुबह 9 बजे से ही रोक लगा दी गई।

ट्रैफिक पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद तीनों ही हाईवे पर जाम की स्थिति रही, जिसमें हरियाणा रोडवेज की बसें भी फंसी नजर आईं। यह काफिला देर शाम अंबाला के शंभु बॉर्डर से होते हुए पंजाब में दाखिल हो गया।

टीकरी बॉर्डर से रवाना होने से पहले किसानों ने अपने हाथों से बनाए पंडाल के साथ यादगार के रूप में फोटो खिंचवाईं।

टीकरी बॉर्डर से रवाना होने से पहले किसानों ने अपने हाथों से बनाए पंडाल के साथ यादगार के रूप में फोटो खिंचवाईं।

आंदोलन की समाप्ति के बाद शनिवार को दिल्ली से पंजाब के लिए फतेह मार्च पर निकले किसानों का हरियाणा में जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया।

आंदोलन की समाप्ति के बाद शनिवार को दिल्ली से पंजाब के लिए फतेह मार्च पर निकले किसानों का हरियाणा में जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया।

किसानों के फतह मार्च की वजह से हरियाणा के तीन हाईवे पर 10 किलोमीटर वाहनों का रैला नजर आया। इसकी वजह से जाम की स्थिति बनी रही।

किसानों के फतह मार्च की वजह से हरियाणा के तीन हाईवे पर 10 किलोमीटर वाहनों का रैला नजर आया। इसकी वजह से जाम की स्थिति बनी रही।

दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर जब फतह मार्च पानीपत जिले में दाखिल हुआ तो किसानों ने सड़क पर ही बैठकर लंगर किया।

दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर जब फतह मार्च पानीपत जिले में दाखिल हुआ तो किसानों ने सड़क पर ही बैठकर लंगर किया।

हरियाणा से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों को ऐतिहासिक आंदोलन और ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी। रोहतक के सांपला-रोहद टोल पर दीपेंद्र हुड्‌डा ने पंजाब लौट रहे किसानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। दीपेंद्र ने किसानों के साथ लंगर भी ग्रहण किया।

हरियाणा से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों को ऐतिहासिक आंदोलन और ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी। रोहतक के सांपला-रोहद टोल पर दीपेंद्र हुड्‌डा ने पंजाब लौट रहे किसानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। दीपेंद्र ने किसानों के साथ लंगर भी ग्रहण किया।

हिसार के लांधड़ी टोल प्लाजा पर किसानों का खाना बनाने के लिए आलू-प्याज काटती महिलाएं। पंजाब लौट रहे किसानों के काफिले का रास्ते में पड़ने वाले हरियाणा के हर टोल प्लाजा पर शानदार स्वागत किया गया। सभी जगह लंगर लगाए गए।

हिसार के लांधड़ी टोल प्लाजा पर किसानों का खाना बनाने के लिए आलू-प्याज काटती महिलाएं। पंजाब लौट रहे किसानों के काफिले का रास्ते में पड़ने वाले हरियाणा के हर टोल प्लाजा पर शानदार स्वागत किया गया। सभी जगह लंगर लगाए गए।

किसानों का फतेह मार्च जब अंबाला के शंभु बॉर्डर पर पहुंचा तो खालसा एड एनजीओ की ओर से उन पर विमान से फूल बरसाए गए।

किसानों का फतेह मार्च जब अंबाला के शंभु बॉर्डर पर पहुंचा तो खालसा एड एनजीओ की ओर से उन पर विमान से फूल बरसाए गए।

टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उग्राहां जब किसानों के काफिले के साथ पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे तो वहां उनका शानदार स्वागत किया गया।

टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उग्राहां जब किसानों के काफिले के साथ पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे तो वहां उनका शानदार स्वागत किया गया।

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर सालभर से धरना देने वाले किसान शनिवार को जब पंजाब के तलवंडी साबो में पहुंचे तो वहां लोगों ने मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया।

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर सालभर से धरना देने वाले किसान शनिवार को जब पंजाब के तलवंडी साबो में पहुंचे तो वहां लोगों ने मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया।

Source link