नई दिल्ली15 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
देश में बढ़ते कैशलेस पेमेंट के बीच 100 रुपए का नोट अभी भी नकद लेनदेन के लिए सबसे पसंदीदा नोट बना हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक की 2021-2022 रिपोर्ट के अनुसार 2,000 रुपए के नोट को लेनदेन के लिए कम पसंद किया जाता है। वहीं 500 रुपए के नोट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है।
सिर्फ 3% लोगों को ही असली नकली नोटों की पहचान नहीं
28 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण, अर्ध-शहरी, शहरी और महानगरीय क्षेत्रों में किए गए इस सर्वे में सामने आया है कि देश में सिर्फ 3% लोग ही ऐसे हैं जो नोटों के असली-नकली की पहचान नहीं कर पाते हैं। यानी 97% लोगों को महात्मा गांधी की तस्वीर, वॉटरमार्क या सुरक्षा धागे की जानकारी है।
5 रुपए के सिक्के का सबसे ज्यादा उपयोग
सिक्कों की बात करें तो नगद लेनदेन के लिए 5 रुपए के सिक्के का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है। वहीं एक रुपए के सिक्के को उपयोग करना लोग कम पसंद करते हैं।
आय का कम होना एक बड़ा कारण
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी के अर्थशास्त्री अय्याला श्री हरि नायडू ने कहते हैं कि 100 रुपए के नोट के ज्यादा उपयोग होने का एक कारण लोगों की कम आय का होना भी है। उनके अनुसार हमारे देश में 90% लोगों की इनकम कम है, जिस कारण वो आमतौर पर 100 रुपए से लेकर 300 रुपए तक का सामान ही खरीदते हैं। ऐसे मामलों में लोग डिजिटल लेनदेन की जगह नगद देना पसंद करते हैं।
देश में नगदी बड़ी
रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 के दौरान नोटों की मात्रा में 5% की बढ़ोतरी हुई है। इसमें सबसे ज्यादा 34.9% 500 रुपए के नोट की हिस्सेदारी रही। IIT खड़गपुर में अर्थशास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर गौरीशंकर एस हिरेमठ ने कहा कि कोविड लहर के दौरान लोगों द्वारा आपातकाल के लिए धन जमा करने की खबरें थीं। इसके चलते नोटों की संख्या बढ़ी है।
नकली नोटों संख्या बढ़ी
RBI के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में नकली नोटों की संख्या काफी बढ़ गई है। RBI के अनुसार, 500 रुपए के नकली नोट एक साल में दोगुने हो गए हैं। पिछले साल की तुलना में केंद्रीय बैंक ने 500 रुपए 101.9% ज्यादा नोट और 2 हजार रुपए के 54.16% ज्यादा नोटों का पता लगाया है।
More News
जम्मू कश्मीर में वायुसेना की गाड़ी पर बड़ा आतंकी हमला, पांच जवान घायल, 30 राउंड से ज्यादा फायरिंग – India TV Hindi
गेंदबाजों को लेकर रविचंद्रन अश्विन का सामने आया दर्द, स्टेडियमों के छोटे आकार को लेकर कही ये बात – India TV Hindi
अब टुकड़े-टुकड़े वाली कांग्रेस; इंदिरा गांधी का ‘कतरा-कतरा’ याद दिलाकर बोले लवली