World Heart Day: लव लाइफ से भी होता है हार्ट हेल्थ का कनेक्शन, एक्सपर्ट से जानें दिल टूटना सेहत के लिए कितना खतरनाक

World Heart Day: लव लाइफ से भी होता है हार्ट हेल्थ का कनेक्शन, एक्सपर्ट से जानें दिल टूटना सेहत के लिए कितना खतरनाक

34 मिनट पहलेलेखक: आयुषी गोस्वामी

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हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को दिल की बीमारियों के प्रति जागरूक करना है। वैसे तो दिल पर कई चीजों को अच्छा-बुरा असर होता है, लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक आपकी लव लाइफ भी इसे खासा प्रभावित करती है। इससे आपके हार्ट की सेहत सुधरने के साथ-साथ बिगड़ भी सकती है।

रोमांटिक रिश्तों का दिल की सेहत पर कितना गहरा असर होता है, इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने अपोलो CVHF हार्ट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर एंड चीफ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. समीर दानी से बात की।

सवाल: प्यार आपके दिल की सेहत को कैसे प्रभावित करता है?

जवाब: अपने पार्टनर के आसपास होने से आपको जो खुशी और एक्साइटमेंट महसूस होती है, वह आपके दिल के लिए भी अच्छी हो सकती है। एक थ्योरी यह भी है कि ब्लड प्रेशर शांति और सुकून को प्रतिक्रिया देता है। अगर आप किसी से प्यार करते हैं, तो आपको उसके साथ शांति मिलती है। इससे ब्लड प्रेशर कम होता है और रक्त प्रवाह बेहतर होता है।

रोमांटिक रिश्तों के अलावा आपके परिवार और दोस्तों से प्यार भरे रिश्ते भी हार्ट हेल्थ पर असरदार होते हैं।

रोमांटिक रिश्तों के अलावा आपके परिवार और दोस्तों से प्यार भरे रिश्ते भी हार्ट हेल्थ पर असरदार होते हैं।

सवाल: हमारे स्वास्थ्य के लिए प्यार कितना फायदेमंद हैं?

जवाब: प्यार करने से हमारा दिल स्वस्थ रहता है। रिसर्च बताती है कि जो लोग शादीशुदा होते हैं और उन्हें दिल से जुड़ी समस्याएं होती हैं, वे कुंवारे लोगों की तुलना में ज्यादा जल्दी रिकवर हो जाते हैं। यह फायदा महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा मिलता है।

इसके अलावा केवल रोमांटिक रिश्ते ही दिल की सेहत में सुधार नहीं लाते। आपके परिवार और दोस्तों से प्यार भरे रिश्ते भी आपकी हार्ट हेल्थ पर असरदार होते हैं। अक्सर डॉक्टर्स भी दिल से जुड़े ऑपरेशन्स, जैसे बाइपास सर्जरी से पहले मरीज के साथ-साथ उनके परिवार के लोगों की भी काउंसिलिंग करते हैं। पालतू जानवर भी हमारी बेहतर सेहत में जरूरी भूमिका निभाते हैं।

सवाल: जब कोई हमारा दिल तोड़ता है, तब क्या होता है?

जवाब: दिल टूटने पर शारीरिक साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। फिल्मों की तरह ही असल जिंदगी में भी अचानक से कई भावनाओं का सामना करने से दिल भारी हो जाता है। कुछ लोग टाकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी (ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम) नाम की हार्ट अटैक जैसी कंडीशन का सामना कर सकते हैं। कुछ में यह आंशिक या पूरी तरह रिवर्सिबल स्थिति होती है। लेकिन कुछ में यह दिल को परमानेंट नुकसान पहुंचा सकती है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक मेडिकल डिसऑर्डर है, जिसमें मरीज का हार्ट एकदम से फूलता है और खून पंप करने में सक्षम नहीं होता। यह स्थिति स्ट्रेस की वजह से आती है। इसे ठीक होने में कुछ हफ्तों से कुछ महीनों तक का वक्त लग सकता है। यह कंडीशन महिलाओं में ज्यादा कॉमन है और घातक साबित हो सकती है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक मेडिकल डिसऑर्डर है, जो महिलाओं में ज्यादा कॉमन है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक मेडिकल डिसऑर्डर है, जो महिलाओं में ज्यादा कॉमन है।

सवाल: दिल को ब्रेकअप से क्या गंभीर खतरा हो सकता है?

जवाब: दिल संबंधित बीमारियों का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर तनाव है। ब्रेकअप की कंडीशन में तनाव बढ़ जाता है। एक हालिया सर्वे में पाया गया कि एक तिहाई प्रतिभागियों को यह पता ही नहीं था कि तनाव के कारण मोटापा, ब्लड प्रेशर और स्मोकिंग के साथ ही हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है।

कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ का कनेक्शन मेंटल हेल्थ से भी है। रिसर्च बताती है कि जिन्हें दिल से जुड़ी परेशानियां होती हैं, उन्हें डिप्रेशन का खतरा 3 गुना ज्यादा होता है। वहीं, डिप्रेशन से जूझ रहे 80% लोग नए हृदय रोग के शिकार बन सकते हैं। डिप्रेशन हमारे स्ट्रेस हॉर्मोन को ट्रिगर करता है, जिससे ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और शुगर लेवल बढ़ जाता है।

अपने पार्टनर के साथ आपका रिश्ता दो राहों वाली सड़क है। यह कॉम्प्लिकेटेड है, लेकिन अच्छे लोगों के साथ रहने से यह सड़क आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ सुधार सकती है।

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