अहमदाबाद20 मिनट पहलेलेखक: भाविन पटेल
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अधूरा पड़ा फास्ट ट्रैक इन्टीग्रेटेड कार्गो टर्मिनल।
अडाणी ग्रुप ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर इन्टीग्रेटेड कार्गो टर्मिनल (आईटीसी) प्रोजेक्ट टाल दिया है। सूत्रों के अनुसार, जनवरी में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद बने हालात के परिणाम स्वरूप आईटीसी का काम ठप होने की जानकारी सामने आ रही है। प्रोजेक्ट से संबंधित स्टाफ को भी छुट्टी दे दी है।
दूसरी ओर, सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रवक्ता का दावा है कि आईटीसी का कामकाज चल रहा है और स्टाफ काम पर हैं।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट घटनाक्रम से पहले आईटीसी का काम पूरे जोर-शोर से चल रहा था। हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि ये कब शुरू होगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की करोड़ों रुपए के महत्वपूर्ण लोकेशन वाले भूखंड पर फास्ट ट्रैक टर्मिनल को विकसित करने का कार्य चल रहा था, जो अधर में लटक गया है।
अहमदाबाद एयरपोर्ट के बाहर लगा अडाणी ग्रुप का होर्डिंग।
जून में शुरू करनी थी आईटीसी
अडाणी ग्रुप की योजना आईटीसी को जून-2023 से शुरू करने की थी। टर्मिनल का ढांचा आकार ले चुका है, लेकिन जिस दिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट उजागर हुई उसी दिन से प्रोजेक्ट ठप है। अभी एयरपोर्ट पर एयर साइड प्रोजेक्ट यानी जहां से उन्हें एयरलाइंस और पैसेंजर से आवक मिलनी है वे प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
पिछले साल अडाणी एयरपोर्ट मैनेजमेंट ने कहा था कि- एयरपोर्ट पर आईटीसी का पहला चरण जून-2023 से कार्यरत हो जाएगा।
50 साल के लिए मिली थी जिम्मेदारी
2021 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अडाणी अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, अडाणी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और अडाणी मंगलूरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया था। अडाणी ग्रुप को इन तीनों हवाई अड्डों की जिम्मेदारी 50 साल के लिए सौंपी गई।
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अडाणी ग्रुप ने एक और कंपनी खरीदी
अडाणी ग्रुप की अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने शनिवार (2 अप्रैल) को कराईकल पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (KPPL) को 1,485 करोड़ रुपए में खरीद लिया है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मंजूरी मिलने के बाद ही अडाणी पोर्ट्स ने KPPL का अधिग्रहण पूरा किया। पढ़ें पूरी खबर…
पूर्व राजदूत बने हाइफा पोर्ट के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन
भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत रॉन मल्का को हाइफा पोर्ट का एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया गया है। इसका स्वामित्व अडाणी ग्रुप और उसके इजराइली पार्टनर गैडोट ग्रुप के पास है। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) के कंसोर्टियम ने जुलाई 2022 में पोर्ट के अधिग्रहण की घोषण की थी। अडाणी के पास इस पोर्ट की 70% हिस्सेदारी है और गैडोट के पास 30% हिस्सेदारी है। पढ़ें पूरी खबर…
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