आशंका: असम में हमला कर सकते हैं आतंकी, आईएसआई व अल-कायदा की धमकियों को लेकर अलर्ट जारी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गुवाहाटी
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Mon, 18 Oct 2021 09:59 PM IST

सार

आतंकी संगठनों की तरफ से सामूहिक सभाओं, सार्वजनिक परिवहन व धार्मिक आयोजन स्थलों पर बम या आईईडी के जरिये हमला किया जा सकता है, क्योंकि अल-कायदा ने असम और कश्मीर में जिहाद का आह्वान किया है।

सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : अमर उजाला

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असम पुलिस ने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और आतंकी संगठन अल-कायदा की तरफ से आतंकी हमलों की आशंका को लेकर अलर्ट जारी किया है। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) की तरफ से शनिवार को जारी एक परिपत्र में कहा गया कि राज्य पुलिस की विशेष शाखा से मिली रिपोर्ट के आधार पर अलर्ट जारी किया गया है।

आतंकी असम सहित देशभर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों, सैन्य अधिकारियों व विभिन्न क्षेत्रों के शीर्ष व्यक्तियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। आतंकी संगठनों की तरफ से सामूहिक सभाओं, सार्वजनिक परिवहन व धार्मिक आयोजन स्थलों पर बम या आईईडी के जरिये हमला किया जा सकता है, क्योंकि अल-कायदा ने असम और कश्मीर में जिहाद का आह्वान किया है।

वहीं, परिपत्र में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के महासचिव की तरफ से ट्विटर के माध्यम से असम के दरांग जिले में ढालपुर में अतिक्रमण हटाने के अभियान के बारे में एक भ्रामक बयान जारी करने का हवाला देते हुए राज्य पुलिस को आतंकी संगठनों की किसी भी योजना को विफल करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। ओआईसी के महासचिव ने ट्वीट कर कहा था कि असम में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ व्यवस्थित उत्पीड़न और हिंसा की जा रही है।

विस्तार

असम पुलिस ने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और आतंकी संगठन अल-कायदा की तरफ से आतंकी हमलों की आशंका को लेकर अलर्ट जारी किया है। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) की तरफ से शनिवार को जारी एक परिपत्र में कहा गया कि राज्य पुलिस की विशेष शाखा से मिली रिपोर्ट के आधार पर अलर्ट जारी किया गया है।

आतंकी असम सहित देशभर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों, सैन्य अधिकारियों व विभिन्न क्षेत्रों के शीर्ष व्यक्तियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। आतंकी संगठनों की तरफ से सामूहिक सभाओं, सार्वजनिक परिवहन व धार्मिक आयोजन स्थलों पर बम या आईईडी के जरिये हमला किया जा सकता है, क्योंकि अल-कायदा ने असम और कश्मीर में जिहाद का आह्वान किया है।

वहीं, परिपत्र में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के महासचिव की तरफ से ट्विटर के माध्यम से असम के दरांग जिले में ढालपुर में अतिक्रमण हटाने के अभियान के बारे में एक भ्रामक बयान जारी करने का हवाला देते हुए राज्य पुलिस को आतंकी संगठनों की किसी भी योजना को विफल करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। ओआईसी के महासचिव ने ट्वीट कर कहा था कि असम में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ व्यवस्थित उत्पीड़न और हिंसा की जा रही है।

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