टीकरी बॉर्डर पर तनाव: रात को पुलिस रास्ता खोलने लगी तो जेसीबी के आगे लेटे किसान, बोले- नहीं देंगे रास्ता, भारी पुलिस बल तैनात

संवाद न्यूज एजेंसी, बहादुरगढ़(हरियाणा)
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Sat, 30 Oct 2021 12:36 AM IST

सार

शुक्रवार देर रात टीकरी बॉर्डर पर रास्ता खोलने को लेकर हंगामा हो गया। पुलिस ने जैसे ही आखिरी अवरोध हटाया तो किसान जेसीबी के आगे लेट गए। किसानों ने पुलिस पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वह रास्ता नहीं देंगे। हंगामे के बाद दिल्ली व हरियाणा की तरफ से भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

बहादुरगढ़ के टीकरी बॉर्डर पर शुक्रवार देर शाम प्रदर्शन करते किसान।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

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हरियाणा के बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर से एक तरफ की एक लेन का रास्ता खोलने के लिए शुक्रवार देर रात चल रहे पुलिस के प्रयासों के दौरान कुछ किसानों ने हंगामा कर दिया। जैसे ही दिल्ली पुलिस ने आखिरी बैरिकेडिंग लेयर हटाई तो आंदोलनकारी विरोध पर उतर आए। जेसीबी के सामने लेट गए और लोहे के बैरिकेड लगाकर खुद ही दो जगहों से रास्ता बंद कर दिया। यहीं पर सभा शुरू कर दी गई। भीड़ जुटा ली गई और ऐलान कर दिया कि वे अब बॉर्डर नहीं खुलने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। आंदोलनकारी बोले कि अब तक तो वे पांच फुट का रास्ता देने को तैयार थे, लेकिन अब वह भी नहीं देंगे।

इससे पहले शुक्रवार की शाम को दिल्ली और हरियाणा पुलिस-प्रशासन के साथ बैठक में टीकरी बॉर्डर को एक तरफ से खोलने के लिए आंदोलनकारियों ने पांच फुट का ही रास्ता देने की शर्त रखी थी। ऐसे में यह बैठक बेनतीजा रही थी और शनिवार को फिर से बातचीत होनी थी।

मगर रात को दिल्ली पुलिस ने जैसे ही रास्ता खोला तो आंदोलनकारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। बैरिकेड हटाने के लिए जो जेसीबी आई थी, उसके सामने ही आंदोलनकारी लेट गए। बाद में दो जगहों पर बैरिकेड लगा दिए। आंदोलनकारियों ने दिल्ली पुलिस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अब बॉर्डर को न खुलने देने का ऐलान कर दिया है। उधर, हंगामे के बाद दिल्ली व हरियाणा की तरफ से भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। देर रात तक यहां पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी।

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भारतीय किसान यूनियन के नेता बूटा सिंह ने कहा कि किसान किसी हालत में टीकरी बॉर्डर से रास्ता नहीं खुलने देंगे। अब तो सभी बॉर्डर तभी खुलेंगे जब आंदोलन खत्म होगा। चाहे कुछ भी हो रास्ता नहीं खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली व हरियाणा पुलिस के साथ बैठक में पांच फुट चौड़ा रास्ता देने पर सहमति जता दी थी। शनिवार को सुबह 10 बजे रास्ता खुलना था, मगर रात में ही पुलिस ने बैरिकेड हटाकर वादा खिलाफी की है।

इसलिए हम अब कोई भी समझौता नहीं मानेंगे। अब छह नवंबर को संयुक्त मोर्चा की बैठक में ही फैसला होगा। शुक्रवार शाम को प्रशासन और अधिकारियों की बैठक में यह भी तय हुआ था की शनिवार को सुबह 10 बजे एसडीएम भूपेंद्र सिंह टीकरी बॉर्डर पर स्थिति का जायजा लेंगे। इससे पहले कि शनिवार को कोई अंतिम फैसला होता, उससे पहले रात में नया विवाद खड़ा हो गया।

विस्तार

हरियाणा के बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर से एक तरफ की एक लेन का रास्ता खोलने के लिए शुक्रवार देर रात चल रहे पुलिस के प्रयासों के दौरान कुछ किसानों ने हंगामा कर दिया। जैसे ही दिल्ली पुलिस ने आखिरी बैरिकेडिंग लेयर हटाई तो आंदोलनकारी विरोध पर उतर आए। जेसीबी के सामने लेट गए और लोहे के बैरिकेड लगाकर खुद ही दो जगहों से रास्ता बंद कर दिया। यहीं पर सभा शुरू कर दी गई। भीड़ जुटा ली गई और ऐलान कर दिया कि वे अब बॉर्डर नहीं खुलने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। आंदोलनकारी बोले कि अब तक तो वे पांच फुट का रास्ता देने को तैयार थे, लेकिन अब वह भी नहीं देंगे।

इससे पहले शुक्रवार की शाम को दिल्ली और हरियाणा पुलिस-प्रशासन के साथ बैठक में टीकरी बॉर्डर को एक तरफ से खोलने के लिए आंदोलनकारियों ने पांच फुट का ही रास्ता देने की शर्त रखी थी। ऐसे में यह बैठक बेनतीजा रही थी और शनिवार को फिर से बातचीत होनी थी।

मगर रात को दिल्ली पुलिस ने जैसे ही रास्ता खोला तो आंदोलनकारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। बैरिकेड हटाने के लिए जो जेसीबी आई थी, उसके सामने ही आंदोलनकारी लेट गए। बाद में दो जगहों पर बैरिकेड लगा दिए। आंदोलनकारियों ने दिल्ली पुलिस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अब बॉर्डर को न खुलने देने का ऐलान कर दिया है। उधर, हंगामे के बाद दिल्ली व हरियाणा की तरफ से भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। देर रात तक यहां पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी।

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भारतीय किसान यूनियन के नेता बूटा सिंह ने कहा कि किसान किसी हालत में टीकरी बॉर्डर से रास्ता नहीं खुलने देंगे। अब तो सभी बॉर्डर तभी खुलेंगे जब आंदोलन खत्म होगा। चाहे कुछ भी हो रास्ता नहीं खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली व हरियाणा पुलिस के साथ बैठक में पांच फुट चौड़ा रास्ता देने पर सहमति जता दी थी। शनिवार को सुबह 10 बजे रास्ता खुलना था, मगर रात में ही पुलिस ने बैरिकेड हटाकर वादा खिलाफी की है।

इसलिए हम अब कोई भी समझौता नहीं मानेंगे। अब छह नवंबर को संयुक्त मोर्चा की बैठक में ही फैसला होगा। शुक्रवार शाम को प्रशासन और अधिकारियों की बैठक में यह भी तय हुआ था की शनिवार को सुबह 10 बजे एसडीएम भूपेंद्र सिंह टीकरी बॉर्डर पर स्थिति का जायजा लेंगे। इससे पहले कि शनिवार को कोई अंतिम फैसला होता, उससे पहले रात में नया विवाद खड़ा हो गया।

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