न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 01 Jul 2021 08:06 PM IST
सार
बिहार में सरकारी अधिकारियों का रवैया कैसा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है जब इससे त्रस्त होकर एक मंत्री इस्तीफा देने तक की बात कह दे। बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी ने अधिकारियों के तानाशाही रवैये से परेशान होकर अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है।
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साहनी ने कहा, मैं सालों से परेशानी और यातना झेल रहा हूं। मैं सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए मंत्री नहीं बना हूं, जनता की सेवा करने के लिए बना हूं। ऐसे में जब मैं जनता का काम ही नहीं कर पाऊंगा तो मंत्री रहकर क्या करूंगा। उन्होंने कहा कि यह कोई जल्दबादी में लिया गया फैसला नहीं है। लंबे समय तक अधिकारियों से परेशान होने के बाद मैंने यह कदम उठाया है। साहनी ने कहा कि लोग कहते हैं कि नेता चोर हैं और मैं कहता हूं कि अधिकारी चोर हैं।
विस्तार
साहनी ने कहा, मैं सालों से परेशानी और यातना झेल रहा हूं। मैं सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए मंत्री नहीं बना हूं, जनता की सेवा करने के लिए बना हूं। ऐसे में जब मैं जनता का काम ही नहीं कर पाऊंगा तो मंत्री रहकर क्या करूंगा। उन्होंने कहा कि यह कोई जल्दबादी में लिया गया फैसला नहीं है। लंबे समय तक अधिकारियों से परेशान होने के बाद मैंने यह कदम उठाया है। साहनी ने कहा कि लोग कहते हैं कि नेता चोर हैं और मैं कहता हूं कि अधिकारी चोर हैं।
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