शरद पवार बोले- खराब सरकारी नीतियां लाती हैं वित्तीय संकट: कहा- भारत में नहीं होंगे श्रीलंका जैसे हालात, हमारे पास मजबूत संविधान

शरद पवार बोले- खराब सरकारी नीतियां लाती हैं वित्तीय संकट: कहा- भारत में नहीं होंगे श्रीलंका जैसे हालात, हमारे पास मजबूत संविधान

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नई दिल्ली4 घंटे पहले

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार ने देश में तेजी से बढ़ती महंगाई के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते देश में वित्तीय संकट पैदा हुआ है। अच्छी बात यह है कि हमारे पास डॉ. भीम राव अंबेडकर का बनाया हुआ संविधान है, जिससे भारत के श्रीलंका के रास्ते पर जाने का डर नहीं है। शरद पवार ने कहा कि देश गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहा है और इसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार है। सरकार ने नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला बिना लोगों की सहमति के ले लिया, जो इस संकट के सबसे बड़े कारणों में से एक है।

वहीं जब लोग कोरोना से मर रहे थे, रोजगार खत्म हो रहे थे तब पीएम मोदी लोगों से थाली और प्लेट बजाने के लिए कह रहे थे। जो न ही कोरोना का समाधान था और न ही आर्थिक संकट से बचने का।

संविधान ने हमें स्वतंत्र रखा- शरद पवार
आज श्रीलंका जल रहा है, वहां आर्थिक संकट के चलते आपातकाल लागू कर दिया गया है। राजनीतिक नेताओं ने करीब सत्ता खो दी है, लोग सड़कों पर हैं। पाकिस्तान में पिछले महीने प्रधानमंत्री को पद से हटा दिया गया था। पड़ोसी देशों में एक मजबूत संविधान न होने की वजह से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन मुझे खुशी है कि भारत के पास डॉ भीमराव अंबेडकर का बनाया हुआ मजबूत संविधान है। इस संविधान ने हमें स्वतंत्र रखा है, इसकी वजह से ही आज हम एकजुट हैं।

कुर्सी छीन लेती है जनता
पवार ने कहा कि जो लोग सरकार नहीं चला पाते जनता उनसे कुर्सी छीन लेती है। जब 1975 में तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया, तब देश की जनता को महसूस हुआ कि लोकतंत्र खतरे में हैं और लोगों ने अगले चुनाव में उन्हें कुर्सी नहीं दी। इससे साफ है कि अगर कुर्सी पर बैठे लोग फैसला नहीं कर पाएंगे तो फिर जनता फैसला करेगी।

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