Amarnath Tragedy: अमरनाथ हादसे में मृतकों के परिजनों को हो रही है दिक्कतें, किसी की बॉडी पर लिखा किसी और का नाम

Amarnath Tragedy: अमरनाथ हादसे में मृतकों के परिजनों को हो रही है दिक्कतें, किसी की बॉडी पर लिखा किसी और का नाम

Amarnath Yatra cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इन मृतकों के परिजनों को बॉडी मिलने में परेशानी हो रही है. हादसे में किसी मृतक के शव पर किसी और का नाम लिखा मिल रहा है. 

डेड बॉडी मिलने में हो रही दिक्कत

दिल्ली के अंबेडकर नगर में रहने वाली 57 साल की प्रकाशी देवी और 62 साल की वीरमति अमरनाथ दर्शन करने गए थे, लेकिन वहां बादल फट जाने की वजह से ये दोनों भी पानी के बहाव की चपेट में आ गए. लेकिन अब इन दोनों महिलाओं के परिवार को डेड बॉडी मिलने में बहुत परेशानी हो रही है. दिल्ली के एम्स मोर्चरी में अमरनाथ हादसे में मरने वालों की बॉडी को लाया जा रहा है. जब वीरमति और प्रकाशी देवी का परिवार बॉडी को लेने पहुंचा तो देखा वीरमति की बॉडी पर किसी और का नाम लिखा है, वहीं किसी और की बॉडी पर प्रकाशी देवी का नाम लिखा है.

अब इस परिवार को वीरमति की बॉडी तो मिल गई लेकिन प्रकाशी देवी की बॉडी अब तक नहीं मिली है. अब जम्मू -कश्मीर प्रशासन ने इनको बताया कि कुछ और बॉडी दिल्ली आएंगी तब आप उनकी पहचान कर लीजिए.

श्रीगंगानगर से भी आया ऐसा मामला

ऐसा ही मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर से आया है. अमरनाथ में बादल फटने से श्रीगंगानगर के तीन लोगों की मौत हुई थी. अमरनाथ से मृतकों के शव दिल्ली लाए गए. शव लेने के लिए श्रीगंगानगर से परिजन दिल्ली पहुंचे थे. लेकिन तीनो शवों में से एक महिला का शव दूसरी महिला के शव से बदल गया. श्रीगंगानगर की महिला सुनीता वधवा का शव दिल्ली नहीं पहुंचा. इन तीन शवों में महाराष्ट्र की महिला का शव पहुंच गया.

लापता लोगों की तलाश जारी

अमरनाथ हादसे में लापता 40 लोगों की तलाश जारी है. अमरनाथ हादसे के बाद सेना पूरी मुस्तैदी के साथ बचाव अभियान में जुटी हुई है. मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है. सेना, वायुसेना और तमाम राहत एजेंसियां लोगों को बचाने में लगी हुई हैं.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

LIVE TV

$(window).on(‘load’, function() {
var script = document.createElement(‘script’);
script.src = “https://connect.facebook.net/en_GB/sdk.js#xfbml=1&version=v5.0&appId=2512656768957663&autoLogAppEvents=1”;
document.body.appendChild(script);
});

Source link