Maharashtra: सीएम शिंदे बोले- चुनाव जीतने के लिए चुनाव चिन्ह की जरूरत नहीं, ठाकरे के लिए कही यह बात

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Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने मंगलवार को एक बार फिर बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि किसने धोखा दिया? हमने या किसी और ने? साथ ही कहा कि हमने एक बार फिर शिवसेना का प्राकृतिक गठबंधन बनाया है और यह सरकार लोगों की सरकार है।

पुणे की एक रैली में बोलते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमें निर्वाचित होने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है, साथ ही कहा कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बहुत काम किया है। इतना कि मेरे लोगों द्वारा चुने जाने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने अपने समर्थकों और नेताओं से मिलने का समय नहीं देने के लिए उद्धव ठाकरे की आलोचना की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार सत्ता में आई और हमारी पार्टी के प्रमुख सीएम बने। हम सभी काम पर करने लग गए। इस बीच, लोग मुझसे मिलने आते थे क्योंकि कुछ लोगों (उद्धव ठाकरे) के पास समय नहीं था। हमारे लोगों को भुगतना पड़ा, सरकार में जो हो रहा था वह असहनीय था।

उन्होंने कहा कि हमने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि,आने वाले चुनावों में शिवसेना के पास उतने ही विधायक होते, जितने उंगलियों पर गिने जा सकते थे। शिवसेना को खत्म करने के प्रयास चल रहे थे, लोगों को जेल में डाला जा रहा था और खुद को बचाने के लिए उन्हें अपनी पार्टियों में शामिल होने के लिए कहा जा रहा था।

सीएम शिंदे ने कहा कि बालासाहेब के साथ काम करने वाले वरिष्ठ नेताओं को भी वर्षा बंगले से वापस जाना पड़ा। ऐसी शक्ति का क्या उपयोग है? उन्होंने कहा कि मैं मंत्री था, और उदय सामंत भी थे। लेकिन हमने सरकार छोड़ दी। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बहुत काम किया है। इतना कि मुझे लोगों द्वारा चुने जाने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है।

गिर जाएगी देशद्रोहियों की सरकार
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को “देशद्रोहियों की सरकार” कहा और कहा कि यह जल्द ही गिर जाएगी। सतारा जिले के पाटन में एक रैली में आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र में 20 जून से विश्वासघात हुआ। यह देशद्रोहियों की सरकार है, यह एक अनधिकृत, असंवैधानिक सरकार है और यह गिर जाएगी।

शिवसेना नेता पर डराने-धमकाने का आरोप
मुंबई पुलिस ने दुष्कर्म से जुड़े एक मामले में शिवसेना नेता पर कथित रूप से डराने-धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह आरोप दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे पर लगा है जिनको हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी की ठाणे इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था। 

एक अधिकारी के मुताबिक एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि केदार दिघे के दोस्त ने उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने आरोप लगाया कि दीघे ने उसे घटना के बारे में किसी को नहीं बताने की चेतावनी दी। अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है।

फोटो को लेकर विवाद
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना समर्थक और उद्धव ठाकरे गुट के डोंबिवली में पार्टी की शाखा में सीएम एकनाथ शिंदे का चित्र लगाने को लेकर आपस में हाथापाई हो गई। इस बीच कुछ महिला सीएम एक दूसरे से बहस करती नजर आईं।

विस्तार

Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने मंगलवार को एक बार फिर बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि किसने धोखा दिया? हमने या किसी और ने? साथ ही कहा कि हमने एक बार फिर शिवसेना का प्राकृतिक गठबंधन बनाया है और यह सरकार लोगों की सरकार है।

पुणे की एक रैली में बोलते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमें निर्वाचित होने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है, साथ ही कहा कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बहुत काम किया है। इतना कि मेरे लोगों द्वारा चुने जाने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने अपने समर्थकों और नेताओं से मिलने का समय नहीं देने के लिए उद्धव ठाकरे की आलोचना की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार सत्ता में आई और हमारी पार्टी के प्रमुख सीएम बने। हम सभी काम पर करने लग गए। इस बीच, लोग मुझसे मिलने आते थे क्योंकि कुछ लोगों (उद्धव ठाकरे) के पास समय नहीं था। हमारे लोगों को भुगतना पड़ा, सरकार में जो हो रहा था वह असहनीय था।

उन्होंने कहा कि हमने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि,आने वाले चुनावों में शिवसेना के पास उतने ही विधायक होते, जितने उंगलियों पर गिने जा सकते थे। शिवसेना को खत्म करने के प्रयास चल रहे थे, लोगों को जेल में डाला जा रहा था और खुद को बचाने के लिए उन्हें अपनी पार्टियों में शामिल होने के लिए कहा जा रहा था।

सीएम शिंदे ने कहा कि बालासाहेब के साथ काम करने वाले वरिष्ठ नेताओं को भी वर्षा बंगले से वापस जाना पड़ा। ऐसी शक्ति का क्या उपयोग है? उन्होंने कहा कि मैं मंत्री था, और उदय सामंत भी थे। लेकिन हमने सरकार छोड़ दी। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बहुत काम किया है। इतना कि मुझे लोगों द्वारा चुने जाने के लिए चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है।

गिर जाएगी देशद्रोहियों की सरकार

शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को “देशद्रोहियों की सरकार” कहा और कहा कि यह जल्द ही गिर जाएगी। सतारा जिले के पाटन में एक रैली में आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र में 20 जून से विश्वासघात हुआ। यह देशद्रोहियों की सरकार है, यह एक अनधिकृत, असंवैधानिक सरकार है और यह गिर जाएगी।

शिवसेना नेता पर डराने-धमकाने का आरोप

मुंबई पुलिस ने दुष्कर्म से जुड़े एक मामले में शिवसेना नेता पर कथित रूप से डराने-धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह आरोप दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे पर लगा है जिनको हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी की ठाणे इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था। 

एक अधिकारी के मुताबिक एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि केदार दिघे के दोस्त ने उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने आरोप लगाया कि दीघे ने उसे घटना के बारे में किसी को नहीं बताने की चेतावनी दी। अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है।

फोटो को लेकर विवाद

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना समर्थक और उद्धव ठाकरे गुट के डोंबिवली में पार्टी की शाखा में सीएम एकनाथ शिंदे का चित्र लगाने को लेकर आपस में हाथापाई हो गई। इस बीच कुछ महिला सीएम एक दूसरे से बहस करती नजर आईं।

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