Sri Lanka: अडाणी ग्रुप को श्रीलंका में दो पवन परियोजनाओं के लिए मंजूरी मिली, देश लौटेंगे गोतबाया राजपक्षे

Sri Lanka: अडाणी ग्रुप को श्रीलंका में दो पवन परियोजनाओं के लिए मंजूरी मिली, देश लौटेंगे गोतबाया राजपक्षे

श्रीलंका सरकार ने 50 करोड़ डॉलर से अधिक के निवेश वाली दो पवन परियोजनाओं के लिए अडाणी ग्रीन एनर्जी को शुरुआती मंजूरी दे दी है। श्रीलंका के ऊर्जा और बिजली मंत्री कंचना विजेसेकारा ने बुधवार को यह जानकारी दी।

 

श्रीलंका के उर्जा मंत्री ने क्या कहा?

विजेसेकारा ने ट्वीट किया कि उन्होंने अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को सार्वजानिक क्षेत्र की सीलोन बिजली बोर्ड (सीईबी) और सतत विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ये दो परियोजनाएं देश के उत्तरी प्रांत में मन्नार और पूनरिन में शुरू होंगी।

विजेसेकारा ने कहा, “अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा करने के लिए आज सीईबी और सतत विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से मुलाकात की।” उन्होंने कहा, “अडाणी ग्रीन एनर्जी को मन्नार में 286 मेगावॉट और पूनरिन में 234 मेगावॉट की दो पवन परियोजनाओं के लिए शुरुआती मंजूरी दी गई है।”

24 अगस्त को श्रीलंका वापस लौटेंगे गोतबाया राजपक्षे

पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे 24 अगस्त को श्रीलंका लौटेंगे। उनके चचेरे भाई उदयंगा वीरातुंगा ने बुधवार को यह जानकारी दी।आर्थिक संकट को लेकर एक महीने से अधिक समय तक चले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच राजपक्षे देश छोड़कर भाग गये थे।

फोन पर बताया- देश लौट सकता हूं..

वर्ष 2006 से 2015 तक रूस में श्रीलंका के राजदूत रहे वीरतुंगा ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे फोन पर बात की, मैं आपको बता सकता हूं कि वह अगले हफ्ते देश लौट आएंगे।’’ उन्होंने कहा कि राजपक्षे 24 अगस्त को लौट सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपदस्थ राष्ट्रपति को राजनीतिक पदों पर फिर से नहीं चुना जाना चाहिए।

श्रीलंका के 73 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति के बारे में वीरतुंगा ने कहा, ‘‘लेकिन वह अभी भी देश के लिए कुछ सेवा कर सकते हैं जैसी उन्होंने पहले की थी।’’ 

 

फिलहाल बैंकॉक के होटल में ठहरे हुए हैं गोतबाया

राजपक्षे फिलहाल थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के एक होटल में ठहरे हुए हैं, जहां पुलिस ने उन्हें सुरक्षा कारणों से घर के अंदर रहने की सलाह दी है।

राजपक्षे दूसरे देश में स्थायी शरण लेने से पहले अस्थायी प्रवास के लिए 11 अगस्त को सिंगापुर से एक विशेष उड़ान से थाईलैंड पहुंचे थे। वह उसी दिन बैंकॉक पहुंचे जिस दिन सिंगापुर में उनका वीजा समाप्त हो गया था।

Source link