UPTET 2021 : दोहरी चुनौती के बीच शिक्षक पात्रता परीक्षा आज, एसटीएफ अलर्ट

सार

सुबह 10 से अपराह्न 12.30 बजे की पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा 2532 केंद्रों पर होगी, जिसके लिए 1291628 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। वहीं, अपराह्न 2.30 से शाम पांच बजे की दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 873553 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।

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कोरोना के बीच उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 रविवार को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। शासन के सामने परीक्षा के सफल आयोजन के लिए दोहरी चुनौती होगी। पिछली बार पेपर आउट होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। ऐसे में परीक्षा का शुचितापूर्ण आयोग अफसरों की प्राथमिकता में है। वहीं, तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों के बीच अभ्यर्थियों को संक्रमण से बचाने की चुनौती होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोडवेज की बसों में यात्रा मुफ्त की गई है।

सुबह 10 से अपराह्न 12.30 बजे की पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा 2532 केंद्रों पर होगी, जिसके लिए 1291628 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। वहीं, अपराह्न 2.30 से शाम पांच बजे की दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 873553 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। दूसरी पाली की परीक्षा 1733 केंद्रों में आयोजित की जाएगी। वहीं, प्रयागराज में पहली पाली की परीक्षा 183 केंद्रों में होगी, जिसके लिए 84017 अभ्यर्थी पंजीकृत है और 132 केंद्रों में होने वाली दूसरी पाली की परीक्षा में 59895 अभ्यर्थी शामिल होें।

सभी परीक्षा केंद्रों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने, मास्क, थर्मल स्कैनर, ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा कार्य में लगे किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं रहेगा। केवल केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट कैमरा रहित की-पैड वाला मोबाइल प्रयोग कर सकेंगे।

अभ्यर्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके, इसके लिए परीक्षा केंद्रों के दरवाजों को डेढ़ घंटे पहले खोले जाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। ऐसे में परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों की भीड़ इकट्ठा नहीं होगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा भी की।

परीक्षा निरस्त होने की फैलाई अफवाह
कुछ शरारती तत्वों ने शनिवार को यूपीटीईटी निरस्त होने की अफवाह फैला दी। सोशल मीडिया पर अफवाह ने जोर पकड़ा। अभ्यर्थियों एक-दूसरे से पूछने लगे। हालांकि कुछ देर बाद ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी की ओर से स्थिति स्पष्ट कर दी गई। सचिव का कहना है कि कुछ अराजक एवं शरारती तत्वों ने परीक्षा निरस्त किए जाने की अफवाह फैलाई थी। परीक्षा अपने पूर्व निर्धारित समय पर ही आयोजित की जाएगी।

परीक्षा से संबंधित प्रमुख दिशा-निर्देश
डेढ़ घंटे पहले खोले जाएंगे परीक्षा केंद्रों के दरवाजे
परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले तक केंद्र में प्रवेश की अनुमति
परिवहन निगम की बसों में 22 से 24 तक नि:शुल्क यात्रा की सुविधा
सिटी बसों में नि:शुल्क यात्रा 22 जनवरी से 23 जनवरी (मध्य रात्रि 12 बजे) तक मान्य
परीक्षा केंद्र पर मास्क अनिवार्य, अभ्यर्थी स्वेच्छानुसार सर्जिकल ग्लव्स का प्रयोग कर सकते हैं
केंद्र पर किसी भी प्रकार की पाठ्य सामग्री, कैलकुलेटर एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं

नकल माफिया पर नजर, पुलिस के साथ एसटीएफ भी लगी
रविवार को आयोजित होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के मद्देनजर पुलिस के साथ ही एसटीएफ ने भी कमर कस ली है। जिले के प्रत्येक केंद्र पर सुरक्षा के लिए पुलिस टीमें लगाई जाएंगी। उधर एसटीएफ की स्थानीय इकाई भी नकल माफिया की सुरागरशी में लगी रही।

23 जनवरी को टीईटी का आयोजन दोबारा किया रहा है। इससे पहले पेपर आउट होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इस दौरान एसटीएफ ने अलग-अलग स्थानों से 18 लोगों को गिरफ्तार किया था। नकल माफिया परीक्षा में फिर सेंधमारी न कर सकें, इसके लिए इस बार तगड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। पुलिस की ओर से जिले के प्रत्येक केंद्र पर चार-चार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इनमें दो पुरुष व दो महिला कांस्टेबल शामिल हैं।

इसके अलावा संवेदनशील केंद्रों पर कांस्टेबलों के अलावा दरोगाओं को भी तैनात किया गया है। उधर एसटीएफ की ओर से भी अलग-अलग छह टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों को नकल माफिया की निगरानी के लिए लगाया गया है। एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने बताया कि पूर्व में जिन केंद्रों पर नकल माफिया के सक्रिय होने की सूचना मिली थी या जिन केंद्रों पर गड़बड़ियां सामने आई थीं, उन पर विशेष नजर रखी जा रही है। परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

हर केंद्र में होगा कोरोना कक्ष
शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षा केंद्र में अलग से एक कोरोना कक्ष बनाया जाएगा। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि अगर किसी अभ्यर्थी में कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो अभ्यर्थी को अलग कमरे में बैठाया जाएगा।

 

कक्ष निरीक्षक की उपस्थिति में परीक्षा कराई जाएगी। ऐसे अभ्यर्थियों को उनके अनुक्रमांक के सापेक्ष परीक्षा कक्ष में सीटिंग प्लान के तहत जो सीट आवंटित की गई थी, उस सीट पर वितरित किए जाने वाले क्रमांक की प्रश्न पुस्तिका/ओएमआर बुकलेट ही प्रदान की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की विसंगति उत्पन्न न हो।

विस्तार

कोरोना के बीच उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 रविवार को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। शासन के सामने परीक्षा के सफल आयोजन के लिए दोहरी चुनौती होगी। पिछली बार पेपर आउट होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। ऐसे में परीक्षा का शुचितापूर्ण आयोग अफसरों की प्राथमिकता में है। वहीं, तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों के बीच अभ्यर्थियों को संक्रमण से बचाने की चुनौती होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोडवेज की बसों में यात्रा मुफ्त की गई है।

सुबह 10 से अपराह्न 12.30 बजे की पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा 2532 केंद्रों पर होगी, जिसके लिए 1291628 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। वहीं, अपराह्न 2.30 से शाम पांच बजे की दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 873553 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। दूसरी पाली की परीक्षा 1733 केंद्रों में आयोजित की जाएगी। वहीं, प्रयागराज में पहली पाली की परीक्षा 183 केंद्रों में होगी, जिसके लिए 84017 अभ्यर्थी पंजीकृत है और 132 केंद्रों में होने वाली दूसरी पाली की परीक्षा में 59895 अभ्यर्थी शामिल होें।

सभी परीक्षा केंद्रों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने, मास्क, थर्मल स्कैनर, ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा कार्य में लगे किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं रहेगा। केवल केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट कैमरा रहित की-पैड वाला मोबाइल प्रयोग कर सकेंगे।

अभ्यर्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके, इसके लिए परीक्षा केंद्रों के दरवाजों को डेढ़ घंटे पहले खोले जाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। ऐसे में परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों की भीड़ इकट्ठा नहीं होगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा भी की।

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