आज का शब्द: मोहक और रामधारी सिंह “दिनकर” की रचना- जीवन संगीत 

आज का शब्द: मोहक और रामधारी सिंह “दिनकर” की रचना- जीवन संगीत 

                
                                                                                 
                            'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है मोहक, जिसका अर्थ है- मोह उत्पन्न करने वाला, मोहित करने या लुभानेवाला। प्रस्तुत है रामधारी सिंह ''दिनकर'' की रचना- जीवन संगीत
                                                                                                
                                                     
                            

कंचन थाल सजा सौरभ से
ओ फूलों की रानी!
अलसाई-सी चली कहो,
करने किसकी अगवानी?

वैभव का उन्माद, रूप की
यह कैसी नादानी!
उषे! भूल जाना न ओस की
कारुणामयी कहानी।

ज़रा देखना गगन-गर्भ में
तारों का छिप जाना;
कल जो खिले आज उन फूलों
का चुपके मुरझाना।

रूप-राशि पर गर्व न करना,
जीवन ही नश्वर है;
छवि के इसी शुभ्र उपवन में
सर्वनाश का घर है।

सपनों का यह देश सजनि!
किसका क्या यहाँ ठिकाना?
पाप-पुण्य का व्यर्थ यहाँ
बुनते हम ताना-बाना।

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22 minutes ago

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