हेल्थ वेबिनार में बोले PM मोदी: ‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ से पूरे देश में मिलेंगी एक जैसी स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष की भूमिका पूरी दुनिया मान रही

हेल्थ वेबिनार में बोले PM मोदी: ‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ से पूरे देश में मिलेंगी एक जैसी स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष की भूमिका पूरी दुनिया मान रही

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नई दिल्ली3 मिनट पहले

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आम बजट-2022 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए किए गए प्रावधानों पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टीकाकरण में को-विन जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से हमारी डिजिटल तकनीक का लोहा पूरी दुनिया ने माना है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, कंज्यूमर और हेल्थकेयर प्रोवाइडर के बीच एक आसान इंटरफेस उपलब्ध कराता है। इससे देश में उपचार पाना और देना, दोनों बहुत आसान हो जाएंगे।

PM मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे हेल्थ सर्विस की डिमांड बढ़ रही है, उसके अनुसार ही हम स्किल्ड हेल्थ प्रोफेशनल्स तैयार करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसलिए बजट में हेल्थ एजुकेशन और हेल्थकेयर से जुड़े ह्युमेन रिसोर्स डेवलपमेंट के लिए पिछले साल की तुलना में बड़ी वृद्धि की गई है। ये बजट बीते 7 साल से हेल्थकेयर सिस्टम को रिफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करने के हमारे प्रयासों को विस्तार देता है।

वैक्सीनेशन मिशन के लिए देशवासियों को दी बधाई
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि सबसे पहले तो आप सभी को दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन मिशन को सफलतापूर्वक चलाने के लिए 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन हो, फिट इंडिया मिशन हो, पोषण मिशन हो, मिशन इंद्रधनुष हो, आयुष्मान भारत हो, जल जीवन मिशन हो, ऐसे सभी मिशन को हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों तक लेकर जाना है।

PM मोदी ने कहा कि आयुष की भूमिका तो आज पूरी दुनिया भी मान रही है। हमारे लिए गर्व की बात है कि WHO भारत में अपना विश्व में अकेला ग्लोबल सेंटर ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन शुरू करने जा रहा है।

‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ पूरे देश में एक जैसी सेवाएं
PM मोदी ने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि क्रिटिकल हेल्थकेयर सुविधाएं ब्लॉक स्तर पर हों, जिला स्तर पर हों, गांवों के नजदीक हों। इस इंफ्रास्ट्रक्चर को मैंटेन करना और समय-समय पर अपग्रेड करना जरूरी है। इसके लिए प्राइवेट सेक्टर और दूसरे सेक्टर्स को भी ज्यादा ऊर्जा के साथ आगे आना होगा।

उन्होंने कहा कि हम भारत में ऐसा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहते हैं, जो सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित न हो। ‘वन हेल्थ, वन अर्थ’ की स्प्रिरिट को हमें हिंदुस्तान में भी ‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ के तहत दूर-दराज के क्षेत्र में भी समान स्वास्थ्य सेवाएं देनी हैं।

हेल्थ सेक्टर में तीन फैक्टर्स पर जोर
उन्होंने कहां कि जब हम हेल्थ सेक्टर में होलिस्टिक और इनक्लूशिवनेस की बात करते हैं तो, इसमें तीन फैक्टर्स का समावेश कर रहे हैं।

  • पहला- मोर्डन मेडिकल साइंस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और ह्यूमन रिसोर्स का विस्तार।
  • दूसरा- आयुष जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति में रिसर्च को प्रोत्साहन और हेल्थकेयर सिस्टम में उसका एक्टिव इंगेजमेंट।
  • तीसरा- मोर्डन और फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से देश के हर व्यक्ति, हर हिस्से तक बेहतर और अफोर्डेबल हेल्थकेयर सुविधाएं पहुंचाना।

85 हजार से ज्यादा सेंटर हेल्थ सुविधा दे रहे
PM मोदी ने कहा कि प्राइमरी हेल्थकेयर नेटवर्क को सशक्त करने के लिए 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है। अभी तक 85,000 से अधिक सेंटर रुटीन चेकअप, वैक्सीनेशन और टेस्ट्स की सुविधा दे रहे हैं। इस बार के बजट में इनमें मेन्टल हेल्थकेयर की सुविधा भी जोड़ी गई है।

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हेल्थ सर्विस की डिमांड बढ़ रही है, उसके अनुसार ही हम स्किल्ड हेल्थ प्रोफेशनल्स तैयार करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसलिए बजट में हेल्थ एजुकेशन और हेल्थकेयर से जुड़े ह्युमन रिसोर्स डेवलपमेंट के लिए पिछले साल की तुलना में बड़ी वृद्धि की गई है।

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