न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 14 Jan 2022 07:55 PM IST
सार
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपना वार्षिक जलवायु बयान जारी किया है। इसके अनुसार पिछले साल देश में चरम मौसमी घटनाओं में कुल 1750 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
असम में बाढ़ से कुछ ऐसे बन गए थे हालात
– फोटो : पीटीआई (फाइल)
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आईएमडी की ओर से जारी वार्षिक जलवायु बयान के अनुसार देश में पिछले सात तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं में 787 लोगों की मौत हुई। वहीं, 759 लोगों की जान भारी बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में गई। चक्रवाती तूफानों ने 172 लोगों की जान ली जबकि 32 अन्य लोगों की मौत अन्य चरम मौसमी घटनाओं के चलते हुई।
महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ ने ली 215 लोगों की जान
महाराष्ट्र में भारी बारिश व बाढ़ के चलते 215, उत्तराखंड में 143, हिमाचल प्रदेश में 55, केरल में 53 और आंध्र प्रदेश में 46 लोगों की मौत हुई। तूफान और आकाशीय बिजली के चलते ओडिशा में 213, मध्यप्रदेश में 156, बिहार में 89, महाराष्ट्र में 76, पश्चिम बंगाल में 58, झारखंड में 54, उत्तर प्रदेश में 49 व राजस्थान में 48 लोगों की जान गई।
रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा में चरम मौसमी घटनाओं के चलते 223, मध्यप्रदेश में 191, उत्तराखंड में 147, बिहार में 102, उत्तर प्रदेश में 98, गुजरात में 92 और पश्चिम बंगाल में 86 लोगों की मौत हुई। केरल में 67, राजस्थान में 62, हिमाचल में 59, झारखंड में 57, आंध्र प्रदेश में 50, कर्नाटक में 45 और तमिलनाडु में 34 लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 32, तेलंगाना में 25 और असम में 14 लोगों की मौत हुई है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में चरम मौसमी घटनाओं की वजह से सात लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से सात लोगों की मौत भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हुई है।
विस्तार
आईएमडी की ओर से जारी वार्षिक जलवायु बयान के अनुसार देश में पिछले सात तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं में 787 लोगों की मौत हुई। वहीं, 759 लोगों की जान भारी बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में गई। चक्रवाती तूफानों ने 172 लोगों की जान ली जबकि 32 अन्य लोगों की मौत अन्य चरम मौसमी घटनाओं के चलते हुई।
महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ ने ली 215 लोगों की जान
महाराष्ट्र में भारी बारिश व बाढ़ के चलते 215, उत्तराखंड में 143, हिमाचल प्रदेश में 55, केरल में 53 और आंध्र प्रदेश में 46 लोगों की मौत हुई। तूफान और आकाशीय बिजली के चलते ओडिशा में 213, मध्यप्रदेश में 156, बिहार में 89, महाराष्ट्र में 76, पश्चिम बंगाल में 58, झारखंड में 54, उत्तर प्रदेश में 49 व राजस्थान में 48 लोगों की जान गई।
रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा में चरम मौसमी घटनाओं के चलते 223, मध्यप्रदेश में 191, उत्तराखंड में 147, बिहार में 102, उत्तर प्रदेश में 98, गुजरात में 92 और पश्चिम बंगाल में 86 लोगों की मौत हुई। केरल में 67, राजस्थान में 62, हिमाचल में 59, झारखंड में 57, आंध्र प्रदेश में 50, कर्नाटक में 45 और तमिलनाडु में 34 लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 32, तेलंगाना में 25 और असम में 14 लोगों की मौत हुई है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में चरम मौसमी घटनाओं की वजह से सात लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से सात लोगों की मौत भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हुई है।
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